बीजिंग डेस्क/नये शीत युद्ध के विरोध पर अंतरराष्ट्रीय सभा में कई देशों के विशेषज्ञों ने कहा कि शीतयुद्ध शांति के लिए खतरा है। अंतरराष्ट्रीय सभा 25 जुलाई को वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये आयोजित हुई।
इसमें शामिल अनेक देशों के विशेषज्ञों ने बताया कि चीन के प्रति अमेरिका की कथनी और करनी अधिकाधिक उग्र हो रही है। चीन के खिलाफ कोई भी तथाकथित नया शीत युद्ध विश्व शांति के लिए खतरा है और समग्र मानव के हितों के प्रतिकूल है।
इस बैठक के आयोजकों के अनुसार अमेरिका, चीन, ब्रिटेन, रूस, भारत और कनाडा समेत 49 देशों के विशेषज्ञों ने पंजीकृत होकर इस में भाग लिया और 700 लोगों ने इस का सीधा प्रसारण देखा।
ब्रिटिश यूनिवर्सिटी ऑफ सेंट्रल लंकाशायर की अंतरराष्ट्रीय मुद्दे पर विशेषज्ञ जेनी कलेग ने कहा कि चीन-अमेरिका संबंधों का बिगड़ना विश्व शांति के लिए अत्यंत बड़ा खतरा होगा।
अमेरिका के युद्ध विरोधी संगठन कोडपिंक के सह संस्थापक बनजेमिन ने बताया कि चीन के प्रति अमेरिकी नेताओं का रूख चिंताजनक है। ऐसे समय में दोनों देशों को सहयोग की जरूरत है।