बर्लिन डेस्क/ जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल ने तुर्की की शरणार्थी नीति की आलोचना करते हुए कहा कि यह अस्वीकार्य है कि तुर्की ने शरणार्थियों के लिए यूरोपीय संघ (ईयू) सीमा पर अपने दरवाजे खोलने का निर्णय लिया है। मर्केल ने बर्लिन में संवाददाताओं से कहा, तुर्की के राष्ट्रपति फिलहाल अपने पास पूरा समर्थन महसूस नहीं कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, सब कुछ समझते हुए भी हालांकि शरणार्थियों के खर्चे के राजनीतिक बिंदुओं का आंकलन करना पूरी तरह अस्वीकार्य है। ख़बरों के अनुसार, तुर्की ने पिछले सप्ताह घोषणा की थी कि वह शरणार्थियों को यूरोप जाने से और नहीं रोक पाएगा। इसके बाद से यूनान और बुल्गारिया से लगी तुर्की सीमा पर शरणार्थी बड़ी संख्या में पहुंच चुके हैं।
उन्होंने कहा, शरणार्थियों को वहां सीमा पर जाने की स्थिति में रखा गया है, जिसके बाद उन्हें बंद रास्ते पर जाकर रुकना ही है। उन्होंने कहा कि तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तैयप एर्दोगन द्वारा शनिवार की गई घोषणा हमारी राजनीति नहीं है। तुर्की में सीरियाई शरणार्थियों की नई खेप को देखते हुए मर्केल एर्दोगन की दुविधा को मानती हैं।
उन्होंने कहा, तुर्की ने बहुत कुछ किया है|इदलिब में वर्तमान गतिविधियों को देखते हुए तुर्की में स्थिति एक बार फिर बहुत ही ज्यादा भयावह हो गई है। उन्होंने कहा कि सीरिया में लोगों को मानवीय मदद प्रदान करने पर उन्होंने एर्दोगन तथा फ्रांस के राष्ट्रपति एमैनुएल मैक्रों से बात की है।