वाशिंगटन
अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने हमास की ओर से बनाए गए बंधकों को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के रुख को दोहराते कहा कि हमास सभी बंधकों को तुरंत रिहा कर दे। रुबियो ने एक्स पर व्हाइट हाउस की पोस्ट का जिक्र करते हुए कहा, 'राष्ट्रपति एकदम स्पष्ट थे। हमास को अब सभी बंधकों को रिहा करना होगा!' अमेरिकी विदेश मंत्री की यह टिप्पणी बंधकों की रिहाई को लेकर काफी अहम मानी जा रही है। जानकारों का कहना है कि यूएस अब इस मामले को लेकर बेहद गंभीर है।
इससे पहले, इजरायल ने पुष्टि कर दी कि गाजा पट्टी में संघर्षविराम के तहत हमास की ओर से रिहा किए गए 3 इजरायली बंधक उनकी सेना को मिल गए हैं। अब इजरायल को भी दर्जनों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना है। हमास ने तीनों बंधकों को शनिवार को गाजा में रेड क्रॉस को सौंप दिया। रिहा हुए बंधकों को मेडिकल के लिए ले जाया जाएगा और 16 महीने की कैद के बाद उनके परिवार से मिलाया जाएगा। जिन बंधकों को हमास की ओर से रिहा किया गया उनके नाम एली शरबी, ओहद बेन अमी और ओर लेवी हैं। इन सभी को 7 अक्टूबर 2023 को हमास की ओर से किए गए हमले में बंधक बना लिया गया था।
183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा इजरायल
इजरायल रिहा किए गए बंधकों के बदले में 183 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करेगा। रेड क्रॉस को सौंपने से पहले हमास के लड़ाके तीनों बंधकों को सैकड़ों लोगों की भीड़ के सामने ले गए और एक-एक करके तीनों को बोलने के लिए माइक दिया गया। तीनों ने सार्वजनिक रूप से अपना बयान दिया। बंधकों को सार्वजनिक रूप से बयान दिलवाने के संबंध में इजरायल के प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा, ‘हम शनिवार को हुए चौंकाने वाले दृश्यों को स्वीकार नहीं करेंगे।’ हालांकि, बयान में किसी दंडात्मक उपाय की बात नहीं की गई है। यह पहली बार है, जब युद्ध विराम के इस चरण के दौरान मुक्त किये गए बंधकों को उनकी रिहाई के दौरान सार्वजनिक रूप से बयान देने के लिए कहा गया। इजरायल और हमास के बीच 19 जनवरी को संघर्षविराम शुरू होने के बाद से यह बंधकों के बदले कैदियों की 5वीं अदला-बदली है।