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भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान घबरा गया है और थर-थर कांप रहा, दी गीदड़भभकी

इस्लामाबाद
भारत की जवाबी कार्रवाई से पाकिस्तान घबरा गया है और थर-थर कांप रहा है। ऑपरेशन सिंदूर से कई आतंकियों के ढेर होने के बाद पाकिस्तान ने आनन-फानन में बैठकें बुला ली हैं। राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक में पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, पाकिस्तानी आर्मी चीफ मुनीर समेत तमाम अन्य लोगों के चेहरे उतरे हुए दिखाई दिए। हालांकि, इसके बाद भी पाकिस्तान गीदड़भभकी देने से बाज नहीं आ रहा। उसने कहा है कि यह हमला बिल्कुल भी स्वीकार करने लायक नहीं है और अब जो भी परिणाम होंगे, उसकी जिम्मेदारी भारत की होगी।

पाकिस्तान के एनएससी की बैठक में भारत के हमलों में मारे गए आतंकियों की आत्मा की शांति के लिए फातेहा पेश की गई। बयान में बताया गया, ''6/7 मई 2025 की रात को, भारतीय सशस्त्र बलों ने पंजाब के सियालकोट, शकरगढ़, मुरीदके और बहावलपुर, पीओके के कोटली और मुजफ्फाराबाद सहित कई स्थानों पर मिसाइल, हवाई और ड्रोन हमले किए, जिसके परिणामस्वरूप निर्दोष पुरुषों, महिलाओं और बच्चों की मौत हुई और मस्जिदों सहित नागरिक बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा।'' हालांकि, भारत ने साफ किया है कि सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को ही निशाना बनाया है, नाकि आम नागरिकों को।

शहबाज शरीफ के नेतृत्व में हुई पाक एनएससी की बैठक के बाद कहा गया कि भारत की कार्रवाई ने भाईचारे वाले खाड़ी देशों से संबंधित वाणिज्यिक एयरलाइनों को भी गंभीर खतरा पहुंचाया, जिससे हजारों यात्रियों की जान जोखिम में पड़ गई। इसके अलावा, नीलम-झेलम जलविद्युत परियोजना को भी अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों का उल्लंघन करते हुए जानबूझकर निशाना बनाया गया। पाकिस्तान ने कहा, ''संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद-51 के अनुसार, पाकिस्तान को आत्मरक्षा में, अपने चुने हुए समय, स्थान और तरीके से जवाब देने का अधिकार है, ताकि पाकिस्तानी लोगों की जान जाने और अपनी संप्रभुता के घोर उल्लंघन का बदला लिया जा सके। पाकिस्तान के सशस्त्र बलों को इस संबंध में उचित कार्रवाई करने के लिए विधिवत अधिकृत किया गया है। पाकिस्तान किसी भी अन्य आक्रमण का सामना करने के लिए दृढ़ संकल्पित और दृढ़ है।''

पाकिस्तान ने आगे कहा, ''यह भी याद रखना चाहिए कि 22 अप्रैल 2025 के तुरंत बाद, पाकिस्तान ने एक पारदर्शी और तटस्थ जांच के लिए एक ईमानदार प्रस्ताव दिया, जिसे दुर्भाग्य से स्वीकार नहीं किया गया। अंतरराष्ट्रीय मीडिया कर्मियों ने 6 मई 2025 को इन शिविरों का दौरा किया था, और 7 मई 2025 के लिए और दौरे की योजना बनाई गई थी। हालांकि, उससे पहले ही भारत की ओर से हमला कर दिया गया।'' भारत को गीदड़भभकी देते हुए पाकिस्तान ने कहा कि यह हमला न तो बर्दाश्त करने योग्य है और न ही स्वीकार्य करने लायक। आने वाले परिणामों की जिम्मेदारी अब पूरी तरह से भारत की होगी।

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