TIL Desk ढाका :👉बांग्लादेश में प्रदर्शनकारियों ने 1971 की जंग से जुड़े राष्ट्रीय स्मारक को तोड़ दिया. मुजीबनगर स्थित यह स्मारक भारत और मुक्तिवाहिनी सेना की जीत और पाकिस्तानी सेना की हार का प्रतीक था. 16 दिसंबर 1971 को पाकिस्तान के लेफ्टिनेंट जनरल नियाजी ने 93 हजार सैनिकों के साथ भारतीय सेना के सामने सरेंडर किया था. यह स्मारक इसी दिन की याद में बना था.
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