वाशिंगटन डेस्क/ अमेरिका ने रूस के साथ ‘इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज ट्रीटी’ (आईएनएफ) से औपचारिक रूप से अलग होने की तैयारी कर ली है, जिससे हथियारों को लेकर नई होड़ मचने की आशंका बढ़ गई है। समझौते पर 1987 में राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन और सोवियत नेता मिखाइल गोर्बाचेव द्वारा हस्ताक्षर किए गए थे। इसने 500 और 5,500 किलोमीटर की दूरी के बीच मार करने वाले मिसाइलों पर प्रतिबंध लगा दिया था।
लेकिन इस साल की शुरुआत में अमेरिका और नाटो ने रूस पर एक नए प्रकार की क्रूज मिसाइल तैनात करके समझौते का उल्लंघन करने का आरोप लगाया, जिसे रूस ने नकार दिया है। अमेरिका का कहना है कि इसके प्रमाण हैं कि रूस ने 9 एम 729 मिसाइलों को तैनात किया था, जिसे एसएससी-8 के तौर पर जाना जाता है।
रिपोर्टों के मुताबिक, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फरवरी में घोषणा की थी कि अगर रूस ने समझौते के नियमों का पालन नहीं किया तो अमेरिका इससे अलग हो जाएगा और इसके लिए 2 अगस्त की समय सीमा तय की थी।