लखनऊ डेस्क/ आईएएस अधिकारी अनुराग तिवारी कर्नाटक की कांग्रेस सरकार के खिलाफ के हजारों करोड़ रुपये के घोटाले का पर्दाफाश करने वाले थे। इस वजह से कर्नाटक के राजनेता और कुछ अधिकारी उनके पीछे पड़ गए थे। विधान सभा में संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने गुरुवार को यह दावा किया। दूसरी ओर, मामले की जांच के लिए एसएसपी ने स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) गठित कर दी है। टीम 72 घंटे में रिपोर्ट देगी। अनुराग बुधवार सुबह वीवीआईपी गेस्ट हाउस के पास मरे मिले थे।
विधान सभा में आईएस अफसर की मौत का मामला उठने के बाद सुरेश खन्ना ने बताया कि पांच डॉक्टरों के पैनल से अनुराग के शव का पोस्टमॉर्टम करवाया गया व विसरा सुरक्षित रखा गया है। दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं, एसएसपी दीपक कुमार के मुताबिक, अनुराग की मौत के मामले में सबसे बड़ा सवाल यह है कि आखिर उनका दम कैसे घुट गया? परिवारीजन भी हत्या की आशंका जता रहे हैं। एसएसपी ने बताया कि एसआईटी को सीओ हजरतगंज अवनिश कुमार मिश्र लीड करेंगे। उनके साथ इंसपेक्टर हजरतगंज, इंस्पेक्टर गाजीपुर, मड़ियांव कोतवाली प्रभारी व इंस्पेक्टर हसनगंज होगें। एसआईटी लखनऊ आने से लेकर मौत के दिन तक, अनुराग की हर गतिविधि की जांच करेगी।
एसआईटी जांच के दौरान एलडीए वीसी प्रभु एन. सिंह से भी बात करेगी। उनसे मंगलवार से बुधवार सुबह तक के घटनाक्रम की जानकारी लेगी। इसके अलावा अनुराग ने उनसे कोई अहम बात की हो, इस बारे में पूछा जाएगा।