यूपी डेस्क/ गोरखपुर के बाबा राघवदास मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) में मरने वाले बच्चों की संख्या 63 हो गई है। इस बीच कांग्रेस नेताओं ने गोरखपुर पहुंचकर पीडि़तों से मुलाकात की है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने सरकार के यूपी स्वास्थ्य मंत्री से इस्तीफा देने के लिए कहा है। वहीं हेल्थ मिनिस्टर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा है कि बच्चों की मौत पर विपक्ष राजनीति न करें। इससे पहले यूपी सरकार ने अपना पक्ष रखते हुए कहा था कि किसी भी बच्चे की मौत ऑक्सीजन की कमी के कारण नहीं हुई है। यह भी कहा गया है कि मीडिया में इसको लेकर भ्रामक खबरें चलाई जा रही हैं।
शुरुआती खबरों से पता चला है कि यह घटना ऑक्सीजन की कमी के कारण हुई है। जो कंपनी बीआरडी मेडिकल कॉलेज को ऑक्सीजन की सप्लाई करती है, उसका बिल बकाया था और पिछले काफीर दिनों से कंपनी की तरफ से बकाया की मांग की जा रही थी। भुगतान न होने के कारण कंपनी ने ऑक्सीजन की सप्लाई बंद कर दी. वहीं राज्य के हेल्थ मिनिस्टर सिद्धार्थनाथ सिंह ने कहा कि बच्चों की मौत अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है|
सरकार इस बात का पता लगाने के लिए जांच समिति का गठन करेगी कि कहीं कोई लापरवाही तो नहीं हुई है. अगर कोई दोषी पाया गया तो उसे जवाबदेह बनाया जाएगा| सात अगस्त से अब तक हुई मौतों का ब्यौरा देते हुए सिंह ने बताया कि मेडिकल कॉलेज के पीडियाट्रिक विभाग से मिली जानकारी के अनुसार इस अवधि में 60 बच्चों की विभिन्न रोगों से मृत्यु हुई है. सिंह ने भी कहा कि आक्सीजन की कमी से मौतें नहीं हुई हैं |
इससे पहले जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने शुक्रवार को जानकारी देते हुए बताया था कि गोरखपुर के बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज (BRD Medical College) में बीते 48 घंटे के दौरान 30 बच्चों की मौत हो गई. उन्होंने हालांकि मौतों की वजह नहीं बतायी थी| उन्होंने बताया कि गुरुवार मध्यरात्रि (11 अगस्त) से अब तक नियो नेटल वार्ड में तीन, एईएस वार्ड में दो और जनरल वार्ड में दो बच्चों की मौत हुई| शेष 23 मौतें नौ अगस्त की मध्यरात्रि से कल यानी दस अगस्त मध्यरात्रि के बीच हुईं|
इस सवाल पर कि क्या ये मौतें ऑक्सीजन की कमी की वजह से हुईं, रौतेला ने कहा कि उन्हें मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने स्पष्ट रूप से बताया है कि आक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई। उधर रौतेला ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में लिक्विड ऑक्सीजन की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए पड़ोस के संत कबीर नगर जिले से वैकल्पिक व्यवस्था की गयी थी। उन्होंने बताया कि इस समय 50 ऑक्सीजन सिलिण्डर हैं और जल्द ही सौ से डेढ़ सौ और सिलिण्डर पहुंच रहे हैं।