पटना डेस्क/ नई दिल्ली-मुजफ्फरपुर सप्त क्रांति सुपरफास्ट एक्सप्रेस का इंजन शुक्रवार को पूर्वी चंपारण जिले में पटरियों पर पड़े लोहे के खंभे से टकराने के बाद बाल-बाल बच गया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
मोतिहारी रेलवे स्टेशन से निकलने के बाद ट्रेन पूरी गति से चल रही थी और मुजफ्फरपुर की ओर जा रही थी, तभी यह घटना पूर्वी चंपारण के कुंवरपुर चितवनपुर पड़ाव पर हुई। टक्कर के कारण पटरियों में दिक्कत आई। रेलवे अधिकारियों ने इंजन को हटाकर उसकी मरम्मत की, घटना के कारण दो घंटे तक रेल परिचालन प्रभावित रहा।
पूर्व मध्य रेलवे के एक अधिकारी के अनुसार, एक स्थायी मार्ग निरीक्षक के नेतृत्व में एक टीम ट्रैक की मरम्मत के काम पर थी, लेकिन उसने लाल झंडा नहीं लगाया। तेज गति से आ रही ट्रेन के चालक ने कर्मचारियों को ट्रैक पर काम करते देखा तो उसने इमरजेंसी ब्रेक लगा दिए। इसी बीच तेज रफ्तार ट्रेन को आते देख लोहे के पोल को शिफ्ट कर रहे मजदूर उसे ट्रैक पर छोड़कर मौके से फरार हो गए। तभी इंजन पोल से टकरा गया।
चालक द्वारा अचानक लगाए गए ब्रेक से यात्रियों में दहशत पैदा हो गई क्योंकि उन्हें तेज झटका लगा। ट्रेन में आग लगने की अफवाह यात्रियों में फैल गई और कई लोग ट्रेन से कूदने लगे। आरपीएफ जवान मयंक कुमार ने यात्रियों को सूचित किया कि ट्रेन में आग नहीं लगी है, और दुर्घटना से बचने के लिए चालक द्वारा आपातकालीन ब्रेक लगाया गया था।
हालांकि रेलवे अधिकारी ने दावा किया कि इस हादसे में एक व्यक्ति घायल हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि प्रारंभिक जांच में पीडब्ल्यूआई की लापरवाही सामने आई है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।