नई दिल्ली डेस्क/ राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) के 19 वर्षीय एक छात्र को वैश्विक आतंकवादी समूह आईएसआईएस का सदस्य होने के आरोप में झारखंड में उसके घर और उत्तर प्रदेश में किराए के मकान की तलाशी के बाद गिरफ्तार किया है।
संघीय आतंकवाद रोधी एजेंसी के एक प्रवक्ता ने बताया कि फैजान अंसारी उर्फ ‘फैज’ की गिरफ्तारी किसी भी आतंकवादी हमले को विफल करने के लिए मामला दर्ज किए जाने के बाद देश में सक्रिय आईएसआईएस मॉड्यूल के खिलाफ जारी कार्रवाई के बाद की गई। राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के अधिकारी ने कहा कि झारखंड के लोहरदगा जिले में अंसारी के घर और उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में किराए के कमरे में 16 और 17 जुलाई को तलाशी ली गई थी और कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और आपत्तिजनक सामग्री और दस्तावेज जब्त किए गए थे।
अधिकारी ने कहा, ‘अंसारी ने अपने सहयोगियों और अन्य अज्ञात व्यक्तियों के साथ मिलकर भारत में आईएसआईएस की गतिविधियों का समर्थन करने और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर संगठन के प्रचार का प्रसार करने के लिए सोशल मीडिया प्लेटफार्मों के माध्यम से एक आपराधिक साजिश रची थी। इस साजिश का मकसद आईएसआईएस की ओर से भारत में हिंसक आतंकी हमले करना था। अधिकारी ने कहा कि जांच से अधिकारी ने कहा कि जांच से पता चला है कि अंसारी और उसके सहयोगियों ने आईएसआईएस के प्रति अपनी निष्ठा जताई थी, जिसे इस्लामिक स्टेट के नाम से भी जाना जाता है।
उन्होंने कहा, ‘अंसारी भारत में आईएसआईएस के कैडर आधार को समृद्ध करने के लिए नव-धर्मांतरितलोगों को कट्टरपंथी बनाने और उन्हें आतंकवादी समूह में आकर्षित करने की प्रक्रिया में भी सक्रिय था। वह आईएसआईएस के विदेशी आकाओं के संपर्क में था, जो उसे प्रतिबंधित संगठन में भर्ती के लिए मार्गदर्शन कर रहे थे। आईएसआईएस के अन्य सदस्यों के साथ वह हिंसक कार्रवाई की योजना बना रहा था और विदेश में आईएसआईएस के संघर्ष थिएटर में ‘हिजरात’ (प्रवास) करने पर विचार कर रहा था।