नई दिल्ली डेस्क/ दिल्ली की एक महिला के इस दावे को गाजियाबाद पुलिस ने ‘‘झूठा’’ करार देते हुए बृहस्पतिवार को खारिज कर दिया कि उसके साथ पांच लोगों ने सामूहिक बलात्कार किया और बर्बरता की। पुलिस ने इसकी जानकारी दी। पुलिस ने दावा किया कि पूरी ‘‘साजिश’’ संपत्ति हड़पने के लिए रची गयी थी, जिसे लेकर महिला और आरोपियों के बीच विवाद था।
उन्होंने बताया कि महिला की मदद करने वाले तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है। महिला ने दावा किया था कि उसके साथ पांच लोगों ने दो दिन तक सामूहिक बलात्कार किया था। इस घटना के बाद दिल्ली महिला आयोग की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने भी दावा किया था कि 36 साल की महिला बोरे में बंद मिली थी और उसके हाथ-पैर बंधे हुए थे। उन्होंने यह भी दावा किया था कि महिला के गुप्तांगों में लोहे की छड़ डाली गई थी। हिरासत में लिए गए चार लोगों से पुलिस अब भी पूछताछ कर रही है।
इस बीच, राष्ट्रीय महिला आयोग (एनसीडब्ल्यू) ने कहा कि घटना की जांच के लिए वह दो सदस्यीय तथ्य अन्वेषण दल भेजेगा। आयोग ने ट्वीट किया, ‘‘एनसीडब्ल्यू मामले का संज्ञान ले रहा है और पीड़िता के परिवार और संबंधित अधिकारियों से मिलने के लिए दो सदस्यीय तथ्य अन्वेषण दल भेज रहा है।’’ खबरों के अनुसार, दिल्ली में अपने घर लौटने के लिए ऑटो-रिक्शा का इंतजार कर रही महिला का गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन में आश्रम रोड पर बंदूक के बल पर कथित तौर पर अपहरण कर लिया गया था। खबरों के मुताबिक, अपहरणकर्ताओं ने महिला को दो दिनों तक बंदी बनाकर रखा और पांच लोगों ने उसके साथ कथित रूप से सामूहिक दुष्कर्म किया।