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कर्पूरी ठाकुर जी की ही तरह गरीब के घर में पले-बढ़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने का निर्णय लिया: अमित शाह

कर्पूरी ठाकुर जी की ही तरह गरीब के घर में पले-बढ़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने का निर्णय लिया: अमित शाह

TIL Desk New Delhi/ केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने जननायक कर्पूरी ठाकुर की 100वीं जयंती के उपलक्ष्य में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए स्पष्ट किया कि, ‘कर्पूरी ठाकुर की ही तरह गरीब के घर में पले-बढ़े प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने उन्हें भारत रत्न देने का निर्णय लिया।’

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के कुशल मार्गदर्शन में कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देने का फैसला अभूतपूर्व और सराहनीय है। पहले सिर्फ परिवार के करीबी नेताओं का ही सम्मान होता था, मोदी जी ने जननायकों को सम्मानित करने का काम किया है। कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर मोदी जी ने संविधान के मूल मंत्र ‘सबको न्याय, सबको समान अधिकार’ को सम्मानित करने का काम किया है। इस फैसले से करोड़ों गरीब युवाओं के मन में कुछ भी बन सकने की आशा पैदा होगी।

कर्पूरी ठाकुर अपने स्वभाव, अपने कर्म, अपनी सिद्धांतप्रियता, अपनी सादगी, अपनी सरलता और गरीबों-वंचितों के प्रति अपनी संवेदना से जननायक तो बने थे, लेकिन भारत रत्न कर्पूरी ठाकुर बनने में बहुत लंबा समय लग गया। आजादी के बाद ढ़ेर सारे लोग सत्ता में आए लेकिन किसी ने भी कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देना उचित नहीं समझा। कर्पूरी ठाकुर एक महान समाजवादी नेता थे जिन्होंने गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए काम किया। आज मोदी सरकार कर्पूरी ठाकुर के सपनों को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है।

यह संयोग ही है कि मोदी ने 22 जनवरी को रामकाज करके जहाँ एक तरफ राम भक्तों की बहुप्रतीक्षित मांग को पूरा किया, वहीं 23 जनवरी को गरीबकाज करके करोड़ों गरीबों के दिल की तमन्ना पूरी कर दी। दुनिया जानती है कि 500 साल से सभी राम भक्त प्रतीक्षा कर रहे थे कि राम लला टेंट से निकलकर भव्य मंदिर में विराजमान हों, इस काम को 22 जनवरी को मोदी जी ने पूरा कर दिया और 23 जनवरी को सामाजिक न्याय को मूर्त रूप देने वाले कर्पूरी ठाकुर को भारत रत्न देकर हजारों-लाखों गरीबों, वंचितों, पिछड़ों और आदिवासियों की मन की तमन्ना को पूरा कर दिया। मोदी जी ने ना केवल जननायक कर्पूरी ठाकुर को सम्मानित किया है बल्कि देश के 70 करोड़ गरीबों को सम्मानित करने का भी काम किया है।

अंत्योदय की राजनीति करने वाले शाह का स्पष्ट मानना है कि जो लोग सिद्धांत की राजनीति करते हैं, जो चतुराई नहीं चरित्र की राजनीति करते हैं, जो पिछड़ों, दलितों, वंचितों और आदिवासियों के कल्याण के लिए काम करते हैं, उन सभी लोगों के संबल को बढ़ाने का काम नरेन्द्र मोदी ने किया है।

मोदी के नेतृत्व और शाह की नीतियों के तहत गरीबों को सशक्त बनाने की पुरजोर कोशिश की जा रही है। बीते 10 सालों में गरीबों के लिए कई महत्त्वपूर्ण योजनाएँ शुरू की गई हैं। इन योजनाओं से गरीबों के जीवन में सुधार हुआ है। बीते दस सालों में गरीबों को शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के कई अवसर प्रदान हुए हैं।

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