नई दिल्ली डेस्क/ भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि किसानों के बॉर्डर छोड़कर जाने की बातें कोरी अफ़वाहें हैं।
उन्होने कहा कि जब तक न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) की गारंटी और किसानों पर लगे केस वापिस नहीं लिए जाते, किसान बॉर्डर से नहीं जाएंगे।
राकेश टिकैत ने कहा, “किसानों के घर वापसी की अफ़वाह फैलाई जा रही है। MSP और किसानों पर मुक़दमा वापस किए बिना कोई किसान यहां से नहीं जाएगा | 4 दिसंबर को हमारी बैठक है। ”
किसान पिछले साल नवंबर से दिल्ली की सीमाओं पर बैठकर, केंद्र सरकार के तीन कृषि क़ानूनों का विरोध कर रहे थे। सोमवार को संसद ने उनकी बात मानते हुए इन तीनों क़ानूनों की निरस्त कर दिया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहले ही इसकी घोषणा कर दी थी। लेकिन किसान अभी बॉर्डर से नहीं हटे हैं. किसान नेता कहते रहे हैं कि जब तक उनको अपनी फ़सलों के न्यूनतम समर्थन मूल्य दिए जाने की गारंटी पर क़ानून नहीं बनता वे घर नहीं लौटेंगे।
साथ ही किसान आंदोलन के दौरान मरे लोगों के बारे में सरकार से राहत की मांग भी कर रहे हैं। चार दिसंबर को होने वाली संयुक्त किसान मोर्चा की बैठक में इन सब बातों पर चर्चा होगी।