लखनऊ डेस्क/ यूपी में चुनावी सरगर्मी के बीच आज बहुजन समाज पार्टी सुप्रीमो मायावती ने भारतीय जनता पार्टी पर जमकर हमला बोला। मायावती ने केंद्र सरकार को भी निशाने पर लिया। कैराना मामले को मायावती ने बीजेपी की राजनीतिक फायदा उठाने की साजिश बताया।
मायावती ने कहा कि केंद्र सरकार ने दो साल के कार्यकाल में एक चौथाई भी काम नहीं किया है। इसलिए बीजेपी और इनकी केंद्र सरकार के खिलाफ गुस्सा है। असम में सत्ता आने पर, और दो साल पूरे होने पर जनता का अरबों रुपया अपने प्रचार-प्रसार के लिये बर्बाद किया है। जबकि ये इस धन को सूखाग्रस्त इलाकों में लगा सकते थे। माया ने कहा कि बीजेपी ने राज्यसभा चुनावों के बाद इलाहाबाद में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक यूपी चुनावों के मद्देनजर की है।
वहीं कैराना मामले पर बीजेपी को घेरते हुए मायावती ने कहा कि कैराना में कुछ लोगों के पलायन के मामले को इस तरह से पेश किया गया जैसे मुस्लिम समाज हिन्दुओं को वहां से भगा रहा है। लेकिन अच्छी बात रही कि एसपी तो इनकी साजिश को विफल नहीं कर पाई, लेकिन मीडिया ने ही इनकी इस साजिश को नाकाम किया है, जिसके लिए जनता और बीएसपी उनकी आभारी है।
यूपी से लगातार हो रहे पलायन के मामले में हमारी पार्टी का कहना है कि यूपी में आजादी के बाद से लेकर अब तक कांग्रेस, बीजेपी और एसपी तीनों ही पार्टियों के सरकारों के दौरान बड़ी संख्या में पलायन हुआ है। कांग्रेस और बीजेपी के शासनकाल में रोजी-रोटी के लिए पलायन हुआ है। लेकिन मौजूदा एसपी सरकार के दौरान जो व्यापक पलायन हुआ है उसका प्रमुख कारण सपा सरकार की गुंडागर्दी, और इलाके की गरीबी है।
चार साल पहले बीएसपी को हराने के लिए बीजेपी, कांग्रेस और एसपी साथ आए थे, इन्होंने जनता के साथ धोखा किया है। बीजेपी ने राज्यपाल से सही रिपोर्ट नहीं ली है और प्रदेश में राष्ट्रपति शासन लगाने की हिम्मत नहीं जुटा पाई है। बीजेपी ने अपनी राष्ट्रीय कार्यकारिणी में यूपी की दयनीय स्थिति को लेकर काफी रोना रोया है, लेकिन वो इनके घड़ियाली आंसू ही लगते हैं। बीजेपी एसपी सरकार के साथ विधानसभा चुनाव लड़ने की कोशिश में है।
माया ने कहा कि प्रदेश की स्थिति को देखते हुए केंद्र सरकार को चाहिए कि वो सपा सरकार को बर्खास्त कर यूपी में राष्ट्रपति शासन लगाए और जल्द से जल्द चुनाव कराए।