रीवा डेस्क/ मध्य प्रदेश के रीवा जिले में लोकायुक्त पुलिस के छापे में एक महिला सरपंच के करोड़पति हेाने का खुलासा हुआ है। छापे की कार्रवाई जारी है, अब तक 12 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति का पता चला है। महिला सरपंच का पति ठेकेदारी करता है ।
मिली जानकारी के अनुसार, बैजनाथ ग्राम पंचायत की सरपंच सुधा जितेंद्र सिंह के संदर्भ में लोकायुक्त पुलिस को शिकायत मिल थी कि उनके पास आय से अधिक की संपत्ति है। इसकी पुष्टि होने पर लोकायुक्त के दल ने उनके शारदापुरम कॉलोनी और बैजनाथ ग्राम स्थित आवास पर दबिश दी तो चैंकाने वाली जानकारी सामने आई। शारदापुरम के आलीशान मकान में स्वीमिंग पूल भी है।
लोकायुक्त के दलों केा छापे के दौरान दो क्रशर मशीन, एक मिक्चर मशीन, एक ब्रिक मशीन व 30 बड़े वाहन जिसमें चेन माउन्ट, जेसीबी, हाइवा, लोडर, ट्रेक्टर, इनोवा, स्कार्पियो, ईंट मशीन आदि का पता चला। इसकी कीमत लगभग सात करोड़ आंकी गई है।
छापे के कार्रवाई में इसके अलावा 20 लाख रुपए के सोने-चांदी के जेवरात, 12 लाख रुपये जीवन बीमा पॉलिसी व बैंक खाते में जमा तथा 36 भूखंड के दस्तावेज मिले हैं। रीवा के लोकायुक्त पुलिस अधीक्षक राजेन्द्र वर्मा ने संवाददाताओं से चर्चा के दौरान बताया कि अभी तक लगभग 12 करोड़ की संपत्ति का पता चल है। आगे की कार्रवाई जारी है ।
अधिकारियों का कहना है कि छापे की कार्रवाई पूरी होने के बाद महिला सरपंच से यह ब्यौरा मांगा जाएगा कि उसने यह सम्पत्ति कैसे अर्जित की है। बताया गया है कि सरपंच का पति ठेकेदारी करता है, जबकि महिला सरपंच केा मात्र तीन हजार रुपए मासिक मानदेय मिलता है, और वह छह साल से इस पद पर है।