स्पोर्ट्स डेस्क/ पिछले कुछ समय से चोट के कारण भारतीय क्रिकेट टीम से बाहर चल रहे हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या अपनी सफल सर्जरी के बाद अब रिहेबिलिटेशन की दौर से गुजर रहे हैं।
हार्दिक ने कहा कि क्रिकेट उनके खून में बसा है और वह खुद को इससे ज्यादा दूर नहीं रख सकते। उन्होंने कहा कि वह अब मैदान पर फिर से वापसी करने के लिए मानिसक रूप से फिट होना चाहते हैं।
टीम से दूर रहकर खुद को हार्दिक को भी अच्छा नहीं लग रहा है। हालांकि उनका कहना है कि उन्हें अभी संयम रखने की जरूरत है। उन्होंने यह भी कहा कि वह अपने साथ और भारतीय टीम के साथ भी अन्याय कर रहे थे।
हार्दिक ने कहा, “मैं काफी दिनों से पीठ दर्द के बावजूद खेल रहा था। मैं कोशिश कर रहा था कि मुझे सर्जरी न करानी पड़े। इसके लिए मैंने हर वह कोशिश की, जो कर सकता था, लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ। मैंने महसूस किया कि मैं अपना शतप्रतिशत प्रदर्शन नहीं दे पा रहा था।”
उन्होंने कहा, “मैं अपनी उस पूरी क्षमता के साथ नहीं खेल पा रहा था, जितना खेल सकता था और इसकी वजह चोट थी। इसका मतलब यह भी था कि मैं अपने और अपनी टीम के साथ न्याय नहीं कर रहा था। इसके बाद ही मैंने सर्जरी कराने का फैसला किया।”