लखनऊ डेस्क/ उत्तरप्रदेश के खनन घोटाले में सीबीआई की छापेमारी के बाद पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने रविवार को चुप्पी तोड़ी। कहा जा रहा है कि जांच एजेंसी उनसे भी पूछताछ कर सकती है। अखिलेश ने कहा कि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के बीच गठबंधन रोकने के लिए मोदी सरकार सीबीआई का दुरुपयोग कर रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कांग्रेस को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, ”यूपीए के कार्यकाल में कांग्रेस ने सीबीआई से मुलाकात कराई थी और अब वही काम एनडीए की सरकार कर रही है। लेकिन मैं जवाब देने के लिए तैयार हूं।”
अखिलेश ने मायावती के साथ गठबंधन पर ज्यादा बोलने से इंकार कर दिया। कहा, ”अभी कुछ नहीं बोलूंगा। प्रदेश में भाजपा के विरोध में कोई गठबंधन न हो पाए, इसलिए केंद्र सरकार मुझ पर सीबीआई द्वारा छापेमारी करवा रही है। निष्पक्षता का आकलन खुद करिए। याद करो, सुप्रीम कोर्ट ने सीबीआई के लिए क्या कहा था? लेकिन, हम अपना शिष्टाचार नहीं बदलेंगे। बहुत ज्यादा वक्त नहीं है- गठबंधन हो जाएगा।”
सीबीआई ने 5 जनवरी को आईएएस बी. चंद्रकला के लखनऊ स्थित आवास समेत 12 जगहों पर छापे मारे थे। यह कार्रवाई 2012 में हमीरपुर में खनन घोटाले के मामले में की गई है। तब अखिलेश यादव के पास खनन मंत्री का भी प्रभार था। सीबीआई ने कह चुकी है कि उस दौर में जो भी जिम्मेदार मंत्री थे, उनकी भूमिका की जांच होगी।