स्पोर्ट्स डेस्क/ भारतीय कप्तान सुनील छेत्री ने अपने 100वें अंतरराष्ट्रीय मैच में दो गोल दागे जिससे भारत ने इंटरकांटिनेंटल कप फुटबाल टूर्नामेंट में आज यहां केन्या को 3-0 से हराकर फाइनल में अपनी जगह लगभग पक्की कर ली । पूर्व कप्तान बाईचुंग भूटिया के बाद 100 अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने वाले सिर्फ दूसरे भारतीय बने छेत्री (68वें मिनट और 90 प्लस एक मिनट) के अलावा जेजे लालपेखलुआ ने 71वें मिनट में टीम की ओर से एक अन्य गोल किया। भारत की टीम इस जीत से दो मैचों में दो जीत से छह अंक के साथ शीर्ष पर है। केन्या के दो मैचों में एक हार और एक जीत से तीन अंक है और वह दूसरे स्थान पर चल रहा है।
छेत्री ने मैच से पहले लोगों से भारत के फुटबाल मैच के लिए स्टेडियम में पहुंचने की भावुक अपील की थी जिससे के बाद आज मुंबई फुटबाल एरेना का स्टेडियम दर्शकों से खचाखचा भरा रहा। मैच की शुरुआत तेज बारिश के बीच हुई और दोनों ही टीमों के खिलाड़ियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। भारत की ओर से पहला अच्छा प्रयास सातवें मिनट में उदांता सिंह ने किया। वह बायें छोर से आगे बढ़े लेकिन बाक्स के अंदर उनका क्रास काफी धीमा था जिसे विरोधी गोलकीपर पैट्रिक मतासी ने आसानी से अपने कब्जे में ले लिया। केन्या ने इसके बाद पलटवार किया. डेनिस ओधियाम्बियो ने कार्नर किक पर हैडर से प्रहार किया लेकिन गेंद गोल से दूरी रही।
भारत को 14वें मिनट में फ्री किक मिली लेकिन अनिरुद्ध थापा ने इसे सीधे मतासी के हाथों में खेल दिया। भारत को गोल करने का पहला बड़ा मौका 22वें मिनट में मिला जब मैदान पर पानी भरा होने के कारण केन्या के डिफेंडरों से चूक हो गई और गेंद सीधे भारतीय कप्तान के पास पहुंच गई। छेत्री ने दनदनाता हुआ शाट मारा लेकिन गेंद क्रासबार के ऊपर से बाहर निकल गई। केन्या को भी 25वें मिनट में अच्छा मौका मिला लेकिन भारतीय गोलकीपर गुरप्रीत सिंह संधू ने पेटिलाह ओमोटो के प्रयास को नाकाम कर दिया। दोनों टीमों के खिलाड़ियों को मैदान पर काफी पानी जमा होने के कारण पासिंग में काफी परेशानी हो रही थी और कई अच्छे मूव बनाने के बावजूद कोई भी टीम गोल नहीं कर सकी जिससे मध्यांतर तक स्कोर 0-0 रहा।
दूसरे हाफ में केन्या ने तेज शुरुआती की। तीसरे ही मिनट में ओवेला ओचींग ने अच्छा मूव बनाते हुए भारत के सेंटर बैक को छकाया लेकिन उनका शाट गोल से दूर रहा। दो मिनट बाद मुतांबा ने भी संदेश झिंगन और अनस एडाथोडिका को छकाया लेकिन उनका शाट भी निशाने से दूर रहा। केन्या के माइकल किबवागे ने इसके बाद छेत्री पर बाक्स के अंदर फाउल किया जिससे भारत को पेनल्टी किक मिली और कप्तान ने इसे गोल में बदलने में कोई गलती नहीं करते हुए 68वें मिनट में मेजबान टीम को 1-0 से आगे कर दिया। यह छेत्री का 60वां अंतरराष्ट्रीय गोल था। तीन मिनट बाद नार्जरी ने एक और मूव बनाया और इस बार उनका शाट बाक्स के अंदर केन्या के डिफेंडर से टकराकर जेजे लालपेखलुआ के पास पहुंचा जिन्होंने इसे आसानी से गोल में पहुंचाकर भारत की बढ़त को 2-0 कर दिया।
छेत्री ने इसके बाद इंजरी टाइम के पहले मिनट में एक और गोल दागकर भारत की 3-0 से जीत सुनिश्चित की। भारत ने अपने पहले मैच में चीनी ताइपे को 5-0 से हराया था। मेजबान टीम के खिलाफ अब तक टूर्नामेंट में एक भी गोल नहीं हुआ है। भारत को अपने तीसरे और अंतिम राउंड रोबिन मैच में सात जून को न्यूजीलैंड से भिड़ना है जबकि इसके अगले दिन केन्या की भिड़ंत चीनी ताइपे से होगी। टूर्नामेंट का फाइनल 10 जून को खेला जाएगा।