इंदौर डेस्क/ मध्यप्रदेश की व्यापारिक नगरी इंदौर में पुलिस ने ऑनलाइन सट्टा कारोबार का खुलासा करते हुए एक करोड़ 31 लाख रुपये से ज्यादा की नगदी बरामद की है। साथ ही बैंक खातों में लगभग डेढ़ करोड़ रुपये जमा होने का भी पता चला है। पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार, महू थाना क्षेत्र के एक बड़े मकान से ऑन लाइन सटटा चलने की जानकारी मिली थी, पुलिस ने छापा मारा तो उसके हाथ करोड़ 31 लाख 66,623 रुपये की नगदी बरामद की गई। इसके साथ ही विभिन्न बैंक खातों में डेढ़ लाख रुपये जमा हेाने का पता चला। सभी बैंक खातों को फ्रीज किया गया है। पुलिस उप महानिरीक्षक हरि नारायण चारी मिश्रा के अनुसार, अब तक की यह सट्टा कारोबारियों के खिलाफ सबसे बड़ी कार्रवाई है। इस गिरोह के पास से कुल दो करोड़ 80 लाख से ज्यादा की रकम बरामद की गई है। इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों को हिरासत में लिया है।
पुलिस को मामले की जांच में पता चला है कि इस गिरोह का मुख्य आरोपी राजा वर्मा है। जो महू व इंदौर के गरीब-मजदूर वर्ग के लोगों को दुकान खुलवाने का लोन दिलवाने के नाम से उनके आधार कार्ड, पैनकार्ड मंगवाकर गुमास्ता बनवाता था। उसके बाद अलग-अलग बैंकों में गरीब मजदूरों के नाम से व्यापारी फर्म बनाकर बैंक में करंट अकाउंट खुलवाता था। इसमें ऑनलाइन सट्टे के पैसे इन खातों में बड़ी मात्रा में जमा होते थे। ऐसे 13 बैंक खाते प्रारंभिक विवेचना में सामने आए, जिनमें पिछले छह माह में लगभग 53 करो़ 23 लाख 70 हजार 417 रुपयों का ट्रांजेक्शन होना पाया गया।
पुलिस को जांच में पता चला है कि राजा वर्मा ने इंदौर के एक सॉफ्टवेयर इन्जीनियर मनोज उर्फ मोंटी ने धन गेम का सॉफ्टवेयर एप्लीकेशन एंड्रायड प्लेटफॉर्म पर तैयार किया और राजा वर्मा को ऑनलाइन सट्टा चलाने के लिए दिया था। राजा वर्मा ऑनलाइन सट्टा का कारोबार लगभग दो वर्षो से संचालित कर रहा था और इस सट्टे से प्राप्त रुपयों से महू तथा इंदौर में मंहगी मंहगी प्रॉपर्टी करोड़ों रुपये मूल्य की स्वयं व परिवार वालों के नाम से खरीद रहा था। राजा वर्मा द्वारा लगभग छह करोड़ रुपये मूल्य की प्रॉपर्टी खरीदी है।