लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित गोमती नदी को संवारने के लिए स्थानीय प्रशासन ने नई योजना तैयार की है। इस योजना के तहत अब प्रशासन गोमती के किनारे बसे गावों के ग्रामीणों की मदद लेगी। इस मुहिम में लखनऊ के जिलाधिकारी एवं स्थानीय प्रशासन भी ग्रामीणों की मदद करेंगे।
स्थानीय प्रशासन से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, गोमती को संवारने के लिए गोमती नदी के किनारे बसे लगभग 40 गांवों के प्रधानों को इस मुहिम में शामिल किया जाएगा। इन लोगों की मदद से गोमती नदी में गांव का कूड़ा, गंदा पानी और नाले के पानी को गिरने से रोका जाएगा।
वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, गांवों में इस मुहिम की निगरानी ग्राम प्रधानों को सौंपी जाएगी। इस प्रयास से गोमती नगर को साफ-सुथरा रखने में काफी मदद मिलेगी। जुलाई में बारिश की शुरुआत होती है, इसीलिए जुलाई से पहले ही मनरेगा के अंतर्गत गोमती नदी के किनारे बसे गांवों में पौधारोपण किया जाएगा।
लखनऊ के जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया, गोमती नदी के तंटबंध को सुंदर बनाने के लिए ग्राम प्रधानों के अलावा गोमती नदी के लिए काम कर रहे स्वयंसेवी संस्थाओं की भी मदद ली जाएगी।
उन्होंने बताया, गोमती नदी के किनारे बसे 40 गावों को चिह्न्ति किया गया है। इन गांवों के प्रधानों की मदद से ही सौंदर्यीकरण के लिए पूरी योजना तैयार की गई है। इसके बारे में ग्राम प्रधानों को भी विस्तार से जानकारी दी जाएगी।