लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भाजपा पर निशाना साधा और कहा कि संख्या बल न होते हुए भी अपने जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने के लिए व्याकुल भाजपा नेतृत्व सरकारी तंत्र का दबाव डालते हुए पंचायत सदस्यों को डरा धमकाकर अपने पक्ष में मतदान के लिए मजबूर कर रहा है।
अखिलेश ने अपने जारी बयान में आज यहां कहा कि भाजपा पंचायत चुनावों में हार से बुरी तरह बौखलाई हुई है। सदस्यों को डरा धमका रही है। सत्ता का यह घोर दुरुपयोग है और भाजपा सरकार की इन दमनकारी नीतियों से लोकतंत्र खतरे में है।
अखिलेश यादव ने कहा कि औरैया, मैनपुरी, फीरोजाबाद, एटा, हापुड़, सिद्धार्थनगर, रामपुर, गोरखपुर व फरुर्खाबाद सहित अन्य जिलों में सत्ता दल खुलकर सपा के निर्वाचित व समर्थित जिला पंचायत सदस्यों का उत्पीड़न कर रहा है। हद तो यह है कि सरकारी तंत्र द्वारा पंचायत सदस्यों के परिवारीजन को भी तरह-तरह से परेशान किया जा रहा है।
समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल ने पिछले दिनों पुलिस महानिदेशक से भी इसकी शिकायत की थी पर नतीजा अभी आना बाकी है। राजनीतिक द्वेष के चलते फर्जी मुकदमों में फंसाने के साथ समाजवादी पार्टी के नेता का मकान तोड़ने की भी धमकी दी गई है। उनके मार्केट को कोर्ट के स्टे के बावजूद तोड़ा जाना अन्याय है।
उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार अपने प्रशासन और पुलिस के दम पर जिला पंचायत सदस्यों पर दबाव बनाकर अगर धनबल से अपने जिला पंचायत अध्यक्षों को बनवाना चाहती है, तो उसे जनता के भारी आक्रोश का सामना करना पड़ेगा। 2022 में होने वाले चुनावों में भाजपा को सत्ता बनाने का निश्चय कर चुकी है। सत्ता के दुरुपयोग से वंचित होना तय है।