नई दिल्ली डेस्क/ भारतीय प्रेस परिषद (पीसीआई) ने उत्तर प्रदेश में मिर्जापुर के एक स्कूल में बच्चों को मध्याह्न भोजन में ‘नमक-रोटी’ परोसे जाने को उजागर करने वाले पत्रकार के खिलाफ एक मामला दर्ज किये जाने पर प्रदेश सरकार से एक रिपोर्ट मांगी है। पीसीआई के अध्यक्ष चंद्रमौली कुमार प्रसाद ने उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर जिले में मध्याह्न भोजन की रिपोर्टिंग करने को लेकर पत्रकार पवन जायसवाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने किए जाने की खबरों पर चिंता प्रकट की है। पत्रकार के खिलाफ कार्रवाई का स्वत: संज्ञान लेते हुए पीसीआई ने राज्य सरकार से मामले के तथ्य पर एक रिपोर्ट तलब की है।
पीसीआई ने एक बयान में कहा, “इस मामले की जांच के लिए एक तथ्यान्वेषी समिति का गठन किया गया है।” प्रेस एसोसिएशन ने इस विषय में प्रदेश सरकार की मनमानी कार्रवाई का भी सख्त निंदा करते हुए कहा है कि वह अपनी पेशेवर जिम्मेदारी निभा रहे एक पत्रकार को इस तरह चुनिंदा तरीके से निशाना बनाये जाने पर सख्त ऐतराज जताता है।
प्रेस एसोसिएशन ने एक बयान में कहा, “मध्याह्न भोजन कार्यक्रम में गड़बड़ी को सुधारने के बजाय मिर्जापुर जिला प्रशासन ने पत्रकार के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर मीडिया को खामोश करने का विकल्प चुना।” गौरतलब है कि सोमवार को एडिटर्स गिल्ड ऑफ इंडिया ने भी इस घटना की निंदा की थी और इसे निर्मम तथा संदेशवाहक को ही निशाना बनाने का अनूठा मामला बताया था।