नई दिल्ली डेस्क /बुलंदशहर हिंसा मामले में पुलिस ने गोहत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ़्तार किया है। हालांकि, इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या और हिंसा फैलाने के मुख्य आरोपी अब तक पुलिस की गिरफ़्त से बाहर हैं। पुलिस ने इस मामले में एक प्रेस रीलीज़ जारी कर कहा है कि ये आरोपी पहले गायों को मारते थे और उसके बाद उसका मांस आपस में बांट लेते थे। इन सब के बीच पुलिस ने इंस्पेक्टर सुबोध की हत्या मामले में भी दो लोगों को गिरफ़्तार किया है.. लेकिन दो हफ़्ते बीत जाने के बाद भी मुख्य आरोपी बजरंग दल के योगेश राज और शिखर अग्रवाल को पुलिस पकड़ नहीं पाई है.. हांलाकि ये दोनों ही आरोपी सोशल मीडिया और टीवी चैनल पर दिखाई दे रहे हैं।
बुलंदशहर एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने कहा कि नदीम, रईस और काला नामक तीन लोगों को गोहत्या के मामले में गिरफ्तार किए गये हैं।उनके पास से एक गाड़ी और लाइसेंसी हथियार भी बरामद किया गया है। उन्होंने कहा कि शुरुआती शिकायत में तीनों के नाम नहीं थे, जिनमें सात आरोपियों के नाम थे। मगर जांच के दौरान इन तीनों के नाम सामने आए. चौधरी ने कहा कि ‘पुलिस इस मामले की जांच कर रही है और इन तीन लोगों के नाम गोहत्या में उनकी वास्तविक भूमिका के रूप में सामने आई है. आगे की जांच चल रही है।’
उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स ने बुलंदशहर जिले के स्याना थानाक्षेत्र में हुई हिंसा के सिलसिले में दो वांछित आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसटीएफ प्रवक्ता ने बताया कि सचिन उर्फ कोबरा एवं जानी चौधरी तीन दिसंबर को स्याना में हुई हिंसा के सिलसिले में वांछित थे। प्रवक्ता ने बताया कि मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर एसटीएफ नोएडा की टीम ने सचिन और जानी को स्याना थानाक्षेत्र के गठिया बादशाहपुर बस स्टैण्ड से गिरफ्तार किया। उल्लेखनीय है कि बुलंदशहर हिंसा में पुलिस निरीक्षक सुबोध कुमार सिंह तथा एक युवक सुमित की मौत हो गयी थी।