लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार की न तो नीतियां सही हैं और न ही नीयत। नतीजतन, प्रदेश के विकास का पहिया थम गया है। अखिलेश ने जारी बयान में कहा कि भाजपा सरकार ने सपा का काम अपने नाम करने की आदत का हास्यास्पद प्रदर्शन करते हुए 20 अक्टूबर को कैंसर अस्पताल का लोकार्पण कर दिया।
उन्होंने पूर्व सरकार को कृतज्ञता के साथ स्मरण भी नहीं किया। यह कौन सी नैतिकता है? भाजपा सरकार की न तो नीतियां सही हैं और न ही नीयत। समाजवादी सरकार के कामों में हेराफेरी करके वह अपना चेहरा बचाती आ रही है।
अखिलेश ने बुधवार को कहा कि लखनऊ में कैंसर इंस्टीट्यूट का शिलान्यास 2013 में समाजवादी सरकार ने किया था। सपा की सोच थी कि दिल, किडनी, लिवर व कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों का अंतर्राष्ट्रीय स्तर का इलाज लखनऊ में ही मिले।
संपन्न लोग मुंबई, दिल्ली या चेन्नई में इलाज कराने जाते हैं, लेकिन आम लोगों को उपचार नहीं मिल पाता है। इसी को ध्यान में रखकर 20 दिसंबर 2016 को सपा सरकार कैंसर अस्पताल का लोकार्पण कर चुकी थी।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि हकीकत यह है कि भाजपा सरकार ने साढ़े तीन वर्षों तक कैंसर अस्पताल में मरीजों का इलाज ही नहीं होने दिया। चौथे वर्ष में ओपीडी शुरू की है।
भाजपा सरकार अगर पहले ही काम शुरू करा देती तो कितने मरीजों का इलाज हो गया होता। मुख्यमंत्री संवेदनशील होते तो तीन सालों में इलाज न हो पाने से कैंसर मरीजों की मौतों का प्रायश्चित अवश्य करते।