चेन्नई डेस्क/ ग्लोबल क्रेडिट रेटिंग एजेंसी मूडीज इन्वेस्टर सर्विसिस ने सोमवार को कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था में सुधार की संभावना कमजोर ही रहेगी। मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा, देश की अर्थव्यवस्था में जैसे ही स्थिरता के संकेत आने शुरू हुए, चीन (Chine) में कोरोनावायरस का कहर शुरू हो गया। इसलिए भारत की अर्थव्यवस्था में सुधार के आसार कम है।
मूडीज ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था पिछले दो सालों से लगातार गिर रही है। वर्ष 2019 की तीसरी तिमाही में रियल जीडीपी 4.5 प्रतिशत की दर के साथ बढ़ी है। मूडीज ने कहा कि पीएमआई (परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स) डेटा जैसे फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर में नवीनतम बढ़त से हुए सुधार से उम्मीद है कि अर्थव्यवस्था स्थिर हो जाएगी।
मूडीज ने कहा कि भारतीय अर्थव्यवस्था मौजूदा तिमाही में सुरनी शुरू हो सकती है, लेकिन यह सुधार पहले की अपेक्षा धीमा होगा। इसके अनुसार, तदनुसार, हमने अपने विकास अनुमानों को संशोधित करते हुए 2020 के लिए 5.4 प्रतिशत और 2021 के लिए 5.8 प्रतिशत से नीचे कर दिया है। इससे पहले हमारे पिछले अनुमान क्रमश: 6.6 प्रतिशत और 6.7 प्रतिशत थे।