लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश में बारिश से जुड़े हादसों में सोमवार को दस लोगों की मौत हुई। बारिश के चलते सात जिलों में बाढ़ के हालात हैं। मौसम विभाग ने 24 घंटों में प्रदेश के 17 जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है। राहत आयुक्त संजय कुमार ने बताया कि बारिश और बिजली गिरने से दो दिन में 26 लोगों की मौत हो चुकी है। 580 से ज्यादा घरों को नुकसान पहुंचा। रविवार को ललितपुर और झांसी में बेतवा नदी की बाढ़ में फंसे 14 लोगों को सेना की मदद से एयरलिफ्ट किया गया।
गंगा, सरयू और शारदा समेत कई नदियों में उफान के चलते गोंडा, बहराइच, बाराबंकी, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, मुजफ्फरनगर और इलाहाबाद के कई गांव बाढ़ में घिरे हुए हैं। बरेली, मेरठ, इटावा, कानपुर देहात, मुजफ्फरनगर, बागपत, लखनऊ, इलाहाबाद, सुल्तानपुर, फैजाबाद, गोरखपुर, बस्ती, संत कबीरनगर, बाराबंकी, गाजीपुर, बलिया और बनारस।
उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में कई दिनों से बारिश हो रही है। इसके चलते ज्यादातर नदियों और झरनों का जलस्तर बढ़ा हुआ है। रविवार को मसूरी में 40 फीट ऊंचे कैम्पटी फॉल में बहाव तेज होने से करीब 200 सैलानी फंस गए, जिन्हें पुलिस की मदद से सुरक्षित निकाला गया। 27 जुलाई को भारी बारिश के बाद कैम्पटी फॉल को बंद किया गया था।