लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य के राम मंदिर पर दिए गए बयान को लेकर अब मुस्लिम संगठनों ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। इन संगठनों का कहना है कि राम मंदिर मुद्दे को जानबूझकर हवा दी जा रही है, इस तरह के संवेदनशील मुद्दे पर बयानबाजी सही नहीं है। गौतरलब है कि केशव प्रसाद मौर्य ने कहा था कि जब राम मंदिर के लिए दोनों (बातचीत और सुप्रीम कोर्ट) रास्ते बंद हो जाएंगे तो संसद के माध्यम से मंदिर बनाएंगे।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के सदस्य और मुस्लिम धर्मगुरु मौलाना खालिद रशीद फिरंगी महली ने सोमवार को केशव मौर्य के बयान पर पलटवार करते हुए कहा, ‘राम मंदिर जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बयान देना सही नहीं है। नेताओं को इस मामले में बयानबाजी से बचना चाहिए।’ फिरंगी महली ने पूछा कि जब मामला सुप्रीम कोर्ट में है तो फिर नेता जानबूझकर ऐसे बयान क्यों देते हैं?
फिरंगी महली ने कहा, ‘कई चुनाव इसी मुद्दे पर पार्टियों ने लड़े हैं। जानबूझकर ऐसे मुद्दों को हवा दी जा रही है। जनता भी यह चाहती है कि एक अच्छे माहौल में न्यायालय के फैसले से हल निकले।’ बता दें कि केशव प्रसाद मौर्य ने रविवार को कहा था, ‘राज्यसभा में बहुमत होता तो अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिए विधेयक पास कराकर राम मंदिर का निर्माण प्रशस्त कर देते फिलहाल बीजेपी के पास राज्यसभा में बहुमत नहीं है इसलिए यह संभव नहीं है। देश के करोड़ों लोग अयोध्या में राम मंदिर देखना चाहते हैं, हमारे लिए भी यह आस्था का विषय है।’
जब उनसे पूछा गया कि राज्यसभा में बहुमत हो जाएगा तो क्या बीजेपी विधेयक लाएगी? मौर्य ने कहा, ‘फिलहाल अभी मामला अदालत में विचाराधीन है। विश्वास है कि राम मंदिर विवाद का जल्द समाधान हो जाएगा और अयोध्या में भगवान श्रीराम के मंदिर निर्माण का मार्ग प्रशस्त होगा।’