पटना डेस्क/ बिहार के पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव मंगलवार को रांची के राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) के पेइंग वार्ड में भर्ती अपने पिता राष्ट्रीय जनता दल (राजद) प्रमुख लालू प्रसाद से मिले और उनके स्वास्थ्य का हाल जाना।
लालू चारा घोटाला मामले में न्यायिक हिरासत में हैं। पिता-पुत्र के बीच करीब तीन घंटे तक बातचीत चली। पिता से मिलने के बाद तेजप्रताप ने बाहर आने पर संवाददाताओं से बातचीत में अपने पिता के स्वास्थ्य पर चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि उनका स्वास्थ्य गिरा हुआ है।
बिहार की राजनीति पर लालू प्रसाद से हुई बातचीत के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, “झारखंड की तरह बिहार में भी अपनी सरकार बनाने का टास्क मिला है। बिहार विधानसभा चुनाव में हमें मजबूती के साथ उतरना है और अपनी सरकार बनानी है।”
तेजप्रताप ने एकबार फिर छोटे भाई तेजस्वी को ‘अर्जुन’ बताते हुए कहा कि जिस तरह झारखंड में भाजपा, आरएसएस और बजरंग दल की सरकार को उखाड़ फेंका गया है, उसी तरह बिहार में भी सरकार को उखाड़ फेंका जाएगा। झारखंड जीत से इसका बिगुल फूंका जा चुका है।
उन्होंने एनआरसी और सीएए के सवाल पर कहा, “हम लोग इसके विरोध में लगातार आंदोलन कर रहे हैं। यह केंद्र सरकार का काला कानून है। इसका विरोध लगातार होता रहेगा।” तेजप्रताप सोमवार शाम को ही रांची पहुंचे थे। वह करीब तीन महीने बाद पिता से मुलाकात करने यहां पहुंचे।
लालू प्रसाद से मुलाकात का दिन यूं तो शनिवार होता है और इस दिन अधिक से अधिक तीन लोग मिल सकते हैं, लेकिन तेजप्रताप जेल प्रबंधन से विशेष अनुमति लेकर अपने पिता से मिलने रिम्स पहुंचे। इस दौरान रिम्स में तेजप्रताप के समर्थकों द्वारा मीडियाकर्मियों से धक्कामुक्की की भी सूचना है।