सीतापुर डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को समाजवादी पार्टी नीत राज्य की पूर्ववर्ती सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि अब पता चल रहा है कि गरीबों के आवास का पैसा, बिजली का पैसा और अन्न का पैसा कहा जाता था। उन्होंने कहा, ‘‘सपाइयों के यहां दीवारों में से नोटों की गड्डियां निकल रही हैं, तीन दिन से नोट गिने जा रहे हैं। समाजवादी बबुआ अब जनता के सामने अपना चेहरा नहीं दिखा पा रहे हैं। अब समझ में आया कि बुआ-बबुआ (मायावती-अखिलेश) नोटबंदी का विरोध क्यों कर रहे थे। ” जनपद सीतापुर में 116 करोड़ रुपये की 83 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास तथा भारतीय जनता पार्टी की ‘जन विश्वास यात्रा’ के दौरान आयोजित विशाल जनसभा में मुख्यमंत्री योगी ने सपा-बसपा पर जमकर निशाना साधा।
गौरतलब है कि पिछले गुरुवार को कन्नौज में इत्र उद्योग समेत अन्य कारोबार से जुड़े कानपुर के कारोबारी के आवास और अन्य परिसरों पर हुई छापेमारी में कथित तौर पर करोड़ों रुपये की बेहिसाब नकदी बरामद हुई है। जीएसटी खुफिया और आयकर विभाग के एक सूत्र ने बताया कि कारोबारी के यहां से केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (सीबीआईसी), आयकर विभाग और माल और सेवा कर (जीएसटी) की खुफिया इकाई ने कथित तौर पर 150 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी बरामद की है। कानपुर जिले में छापे के दौरान 150 करोड़ रुपए नकदी मिलने की घटना से सुर्खियों में आए व्यवसायी पीयूष जैन को रविवार को कर चोरी के आरोप में गिरफ्तार किया गया। बीजेपी का आरोप है कि पीयूष जैन के परिवार का समाजवादी पार्टी से संबंध है।
सीतापुर में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा, ‘‘पहले गरीबों को आवास नहीं मिल पाते थे, वह पैसा कहां जाता था, बिजली का पैसा कहां जाता था। हमने शास्त्रों में पढ़ा और किवदंतियों में सुना है कि दीपावली के दिन देवी लक्ष्मी आती हैं। लेकिन इन पापियों ने तो लक्ष्मी को दीवारों में बंद करके रखा है। ” उन्होंने कहा, ‘‘आपने देखा कि सपाईयों के यहां दीवारों से नोटों की गड्डियां निकल रही हैं। तीन दिन से अधिकारी नोट गिनते-गिनते थक चुके हैं। यह वह लोग हैं कि जो गरीबों को योजनाओं के लाभ से वंचित करते थे। जो राशन गरीबों को मिलना चाहिए था वह यह हजम कर जाते थे। अब यही राशन गरीबों को दो साल से लगातार दिया जा रहा है। अगर सपा सरकार में यह योजना आती तो चाचा-भतीजे में लूट मच गई होती और गरीब देखता रह जाता। ”
उन्होंने अखिलेश यादव पर तंज कसते हुए कहा, ‘‘अब तो बबुआ को नई परेशानी हो गई है कि प्रदेश के नौजवानों को टैबलेट और स्मार्टफोन क्यों दिया जा रहा है। समाजवादी खानदान यह कैसे बर्दाश्त कर सकता है? क्योंकि इनके लिए परिवार ही प्रदेश है और हमारे लिए प्रदेश ही परिवार है. 2017 में जब हम चुनाव प्रचार के लिए निकलते थे तो लोग कहते थे कि इस नरक से हम कैसे बचेंगे?”उन्होंने सवाल किया कि क्या आज कोई बेटी को छेड़ने का दुस्साहस करेगा? उन्होंने कहा, ‘‘उस दुशासन और दुर्योधन को मालूम होगा कि पहले महाभारत के लिए श्रीकृष्ण ने युद्ध किया था। लेकिन अब तो जिन बेटियों को मैंने पुलिस में भर्ती किया है वही महाभारत रचा देंगी। ”