लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कहा कि प्रदेश के हर नागरिक को शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराना सरकार की प्राथमिकता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हर स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र में सौ दिनों में शुद्ध पानी उपलब्ध होगा।
मुख्यमंत्री अपने सरकारी आवास पर ग्राम स्वराज्य अभियान कार्यक्रम के तहत सामुदायिक शौचालयों और पंचायत भवनों के लोकार्पण कार्यक्रम को ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। योगी ने कहा, विंध्य क्षेत्र के लिए हमारी कार्ययोजना तैयार है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से हम शीघ्र ही इसके शिलान्यास का आग्रह करेंगे। अगले चरण में प्रदेश के आर्सेनिक एवं फ्लोराइड से प्रभावित जिलों और डार्क जोन वाले क्षेत्रों में भी शुद्ध पानी मुहैया कराएंगे। बुंदेलखंड के लोगों को शुद्ध पानी मुहैया कराने के लिए काम जारी है। जल्द ही हर स्कूल और आंगनवाड़ी केंद्र में सौ दिनों में शुद्ध पानी उपलब्ध होगा।
योगी ने कहा कि इस अभियान के तहत 75 हजार से अधिक सामुदायिक भवन और शौचालय बनने हैं। इनके निर्माण में 7053.45 करोड़ रुपये की लागत आएगी।
बकौल मुख्यमंत्री, सामुदायिक शौचालय बहू-बेटियों की सुरक्षा और सफाई के लिहाज से मील का पत्थर साबित होंगे। सफाई का स्वास्थ्य के लिए क्या महत्व है, इसका सबूत पूर्वांचल में इंसेफेलाइिटस से होने वाली मासूमों के मौत के घटते आंकड़ हैं। बेहतर सफाई और इलाज की व्यवस्था से हमने इन मौतों को 95 फीसद तक घटा सके हैं। यही नहीं इनकी साफ-सफाई में करीब 59000 महिलाओं को गांव में रोजगार मिलेगा। यह महिला सशक्तिकरण और स्वावलंबन और सुरक्षा के लिहाज से भी बड़ा कदम होगा।
मुख्यमंत्री के मुताबिक सामुदायिक भवनों को सरकार मिनी ग्राम सचिवालय का स्वरूप देगी। इनको आप्टिकल फाइबर और हाई स्पीड इंटरनेट कनेक्टिविटी से जोड़ा जोगा। योगी ने कहा, गांव वालों को जाति, आय जैसे प्रमाणपत्र वहीं उपलब्ध होंगे। इसके लिए उनको तहसीलों का चक्कर नहीं लगाना होगा। हर पंचायत भवन में एक महिला बैंक सखी होगी। गांव के लोग उससे ही पैसे का लेन-देन कर सकेंगे। इस तरह यह भवन स्थानीय स्तर पर रोजगार का भी जरिया बनेंगे।