यूपी डेस्क/ बिहार और यूपी में मौसम का कहर जारी है। इन दोनों प्रदेशों में बाढ़ से मरने वालों की संख्या 583 हो गई है। बिहार में पिछले 24 घंटे में बाढ़ से संबंधित घटनाओं में 42 लोगों की मौत हुई है जिससे राज्य में मरने वालों की संख्या बढ़कर 482 हो गई, जबकि उत्तर प्रदेश में पांच व्यक्तियों की जान गई है जिससे सबसे बड़े प्रदेश में सैलाब की वजह से मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है। असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है और उत्तर बंगाल के सैलाब से प्रभावित छह जिलों के अधिकतर इलाकों से बाढ़ का पानी कम हुआ है।
अधिकारियों ने कहा कि बिहार के 19 जिलों के 1.71 करोड़ लोग अब भी बाढ़ से प्रभावित हैं. राज्य के आपदा प्रबंधन विभाग ने कहा है कि बाढ़ से 187 खंड और 2,371 पंचायतें प्रभावित हुई हैं। 222 राहत शिविर स्थापित किए गए हैं जहां 1.44 लाख लोगों ने शरण ली है।
अररिया में 95 लोगों की मौत हुई है जबकि सीतामढ़ी (46), पूर्णिया (44), कतिहार (40), पश्चिम चम्परण (36), पूर्वी चम्पारण (32), दरभंगा (30), मधुबनी (28), माधेपुरा (25), किशनगंज (24) गोपालगंज (20) सुपौल (16), सारण (13), मुजफ्फरपुर (9) सहरसा (8) खगड़िया (8), शिवहर (6) और समस्तीपुर (2) में मौतें हुई है ।
अधिकारियों ने कहा कि कुछ इलाकों में बाढ़ का पानी घटा है जिसके बाद कई लोग अपने घरों को लौटे. उन्होंने कहा कि बचाव और राहत अभियानों में राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की 28 टीमें, राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की 16 टीमें और सेना के 630 कर्मी हिस्सा ले रहे हैं।
मौसम विभाग ने पश्चिम चम्पारण जिले, उत्तर-मध्य, उत्तर-पूर्वी और दक्षिण पूर्वी हिस्से के एक या दो स्थानों पर कल भारी बारिश का अनुमान जताया है।
राहत आयुक्त के दफ्तर में स्थापित बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने बताया कि पिछले 24 घंटे में उत्तर प्रदेश में सैलाब से संबंधित घटनाओं में पांच लोगों की मौत हुई है। इसी के साथ बाढ़ से मरने वालों की संख्या बढ़कर 101 हो गई है। चार लोगों की मौत गोरखपुर जिले में हुई है जबकि एक व्यक्ति की जान लखीमपुर खीरी में गई है। बाढ़ प्रभावित जिलों की संख्या 24 से घटकर 14 हो गई है और 3,128 गांव सैलाब से प्रभावित हैं।