लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव में अखिलेश यादव के नेतृत्व में पार्टी की करारी हार के बाद अब समाजवादी पार्टी में नेता जी का कद बढ़ाने की भूमिका तैयार हो गई है। साथ ही अखिलेश के खिलाफ विरोधी सुर तेज हो सकते हैं। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 25 मार्च को लखनऊ में तय की गई है। कार्यकारिणी में अखिलेश विरोधी लॉबी की कोशिश रहेगी कि मुलायम सिंह यादव को दोबारा पार्टी का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता किरणमय नंदा ने ‘अमर उजाला’ को कहा कि हार की समीक्षा के लिए पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक 25 मार्च को होगी।
दरअसल, उत्तर प्रदेश में सपा की हार के बाद भले ही सबकुछ शांत दिख रहा हो। लेकिन पार्टी के कई वरिष्ठ नेता मान रहे हैं कि यह तूफान से पहले की शांति है। वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि आने वाले दिनों में पार्टी का घमासान एक बार फिर सबके सामने आ सकता है। 25 मार्च को राष्ट्रीय कार्यकारिणी में अखिलेश विरोधी और मुलायम समर्थक नेता आपस में भिड़ सकते हैं। सूत्रों का कहना है कि शिवपाल यादव पार्टी में अखिलेश विरोधी गतिविधियों को तेज करने की फिराक में है।
सूत्रों ने बताया कि मुलायम समर्थक चाहते हैं कि नेता जी को दोबारा राष्ट्रीय अध्यक्ष की कुर्सी पर बैठाया जाये। वहीं मुलायम भी इसके लिए तैयार माने जा रहे हैं। इसलिए वह भी चाहेंगे कि उनके समर्थक अखिलेश यादव पर इस बदलाव के लिए दबाव बनाएं। दूसरी तरफ मुलायम विरोधी लॉबी की अगुवाई कर रहे रामगोपाल यादव को भी इसकी आशंका है। इसलिए पार्टी अपने समर्थकों को एकजुट करने की पूरी कोशिश में है। राज्यसभा में अखिलेश समर्थक सांसद भी एकजुट हैं। वहीं मुलायम समर्थक बेनी प्रसाद वर्मा समेत कई सांसद राज्यसभा नहीं आ रहे हैं।