यूपी डेस्क/ सभी किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्जा माफ करने, डा. स्वामीनाथन रिपोर्ट के मुताबिक फसलों का लाभकारी मूल्य देने, आलू का समर्थन मूल्य 1000 रूपये प्रति कुंतल करने और गन्ना किसानों का बकाया भुगतान कराने की सहित अन्य समस्याओं को लेकर हजारों किसानों ने राजधानी में हुंकार भरी। किसान मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने के अपने फैसले पर अड़े तो प्रशासन के हाथपांव फूल गये।
भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले आज हजारों की संख्या में प्रदेश भर से किसान राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत की अगुवाई में झूलेलाल पार्क में आयोजित राष्ट्रीय किसान महापंचायत में एकत्र हुये थे। राष्ट्रीय अध्यक्ष ने प्रदेश सरकार से किसानो के कर्जमाफी को तत्काल लागू करने और किसान आयोग का गठन करने मांग जोरदार तरीके से उठाई। उन्होंने दोपहर एक बजे के बाद बैलगाड़ियों से मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने का एलान कर दिया। इसके बाद प्रशासन लगातार उन्हें मनाने में लगा रहा।
शाम को एडीएम आपूर्ति ने मंच पर आकर बताया कि मुख्यमंत्री से मंगलवार को वार्ता कराई जाएगी। नरेश टिकैत ने कहा कि मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री से अपनी मांगो को लेकर बात करेंगे अगर हमारी मांगे पूरी न हुई तो हम कार्यकारिणी से बात करके अपनी लड़ाई को निरंतर जारी रखेंगे।
भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने कहा कि प्रदेश सरकार किसानों की कर्जमाफी पर 36000 करोड़ रूपये का बजट जारी करने का दावा कर रही है लेकिन ये नही बताया जा रहा है कि आखिर कर्जमाफी की शुरुआत कौन से जिले से की गई है। किसानों की आत्महत्या का सिलसिला अभी भी जारी है। उन्होंने सभी किसानों का एक लाख रुपये तक का कर्ज माफ करने की मांग की।