नई दिल्ली
कनाडा में होने वाले जी-7 के शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित नहीं किए जाने पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने केंद्र सरकार को घेरा और इसे सरकार की कमजोर विदेश नीति करार दिया है। समाचार एजेंसी आईएएनएस से बातचीत के दौरान कांग्रेस सांसद ने कहा कि पीएम मोदी की कमजोर विदेश नीति और गैर जिम्मेदाराना व्यवहार के कारण हम दुनिया में अलग-थलग पड़ गए हैं। भारत-पाकिस्तान के साथ हाल के दिनों में जिस प्रकार से युद्ध की स्थिति पैदा हुई, कोई भी देश भारत के साथ खड़ा नहीं हुआ। नेपाल, भूटान, श्रीलंका जैसे देश ने भारत का पक्ष नहीं लिया। दूसरी ओर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सीजफायर के लिए मध्यस्थता की बात कहकर हमें अपमानित किया।
कांग्रेस सांसद ने लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी के उस बयान का समर्थन किया है, जिसमें उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के सामने 'आत्मसमर्पण' कर दिया था। कांग्रेस सांसद ने कहा कि सच का तीर राहुल गांधी ने छोड़ा है जो भाजपा के पाप की हंडिया में सीधे जाकर लगा है। भाजपा हतोत्साहित और मानसिक रूप से व्यथित हो गई है। इसलिए वे असंसदीय भाषा में हमला कर रहे हैं। मैं पूछता हूं कि अगर भाजपा में हिम्मत है तो पीएम नरेंद्र मोदी से कहें कि वह इसके बारे में अपनी बात रखें और कहें कि ट्रंप झूठ बोल रहे हैं। विपक्षी दल के नेता के तौर पर राहुल गांधी ने वही कहा है जो देश के प्रति उनकी जिम्मेदारी थी। पूरी दुनिया जानती है कि डोनाल्ड ट्रंप ने 12 बार कहा है कि उन्होंने व्यापार के नाम पर युद्ध विराम कराया है। इसलिए राहुल गांधी ने अपना कर्तव्य निभाया।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि हमें एक मजबूत प्रधानमंत्री की उम्मीद थी। लेकिन, अफसोस के साथ कहना पड़ रहा है कि वो पीएम मोदी नहीं हैं। सीडीएस जनरल अनिल चौहान के 'पाकिस्तान को 8 घंटे में घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया गया' वाले बयान पर कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने कहा कि हम सीडीएस के नेतृत्व में भारत के विजयी सशस्त्र बलों की वीरता और बहादुरी को सलाम करते हैं और उनकी सराहना करते हैं। उन्होंने जो कहा वह बिल्कुल सही है। हम अपने सीडीएस और अपने सशस्त्र बलों के साथ मजबूती से खड़े हैं।
जी-7 के शिखर सम्मेलन में भारत को आमंत्रित नहीं किए जाने पर कांग्रेस सांसद ने केंद्र सरकार को घेरा
