लखनऊ डेस्क/ सपा के बागी नेता मुलायम सिंह के पुराने साथी अंबिका चौधरी ने बुधवार को अपनी विधानपरिषद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया । पूर्व कैबिनेट मंत्री अंबिका चौधरी ने इसी साल यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी पुरानी पार्टी सपा का दामन छोड़कर बहुजन समाज पार्टी का दामन थाम लिया था ।
विधानपरिषद के सभापति को इस्तीफा सौंपने के बाद अंबिका चौधरी ने कहा कि वह बसपा में खुश हूँ । उन्हें इससे पहले सपा ने एमएलसी बनाया था इसलिए वह एमएलसी पद से इस्तीफा दे रहे हैं | इसके अलावा अंबिका चौधरी ने भाजपा में जाने की अटकलों पर भी विराम लगाते हुए कहा कि उनके बीजेपी में जाने की खबरें गलत है | वह बहन मायावती जी के साथ हैं ।
अंबिका चौधरी 1993 में सपा के टिकट पर पहली बार विधायक बने | इसके बाद 1996, 2002 और 2007 में वह जीतकर विधानसभा पहुंचे ।लेकिन 2012 में अंबिका अपनी जीत का क्रम बरकरार नही रख सके | उन्हें भाजपा के उपेंद्र तिवारी ने मात दी | इसके बाद सपा पार्टी ने उन्हें विधानपरिषद के लिए नॉमिनेट कर दिया । बसपा ने चुनाव में बलिया की उसी फेफना सीट से उन्हें टिकट दिया | लेकिन इस बार भी जीत हासिल नहीं कर सके ।