TIL Desk Bollywood/ फिल्ममेकर अनुराग कश्यप ने राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम को ‘प्रचार’ बताया है. उन्होंने कहा कि 22 जनवरी को जो हुआ वह एक ‘प्रचार’ था. अनुराग कश्यप ने कहा कि मेरे नास्तिक होने का एक प्रमुख कारण यह है कि मेरा जन्म बनारस में हुआ था. मैंने धर्म का कारोबार बहुत करीब से देखा है. आप इसे राम मंदिर कहते हैं, लेकिन यह कभी राम मंदिर नहीं था. यह राम लला का मंदिर था और पूरा देश इसका अंतर नहीं बता सकता. उन्होंने कहा कि देश में लोकतंत्र के नाम पर फासिज्म चल रहा है.
राम मंदिर का उद्घाटन था ‘प्रचार’, लोकतंत्र के नाम पर फासिज़्म चल रहा है : अनुराग कश्यप
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