यूपी डेस्क/ बसपा एमएलसी ठाकुर जयवीर सिंह के इस्तीफे के बाद एक और कद्दावर नेता और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव इन्द्रजीत सरोज ने भी मायावती का साथ छोड़ दिया है। सरोज ने बुधवार को मायावती पर आरोपों की बौछार करते हुए कहा कि मायावती ने हर विधानसभा क्षेत्र से 9-22 लाख रुपए वसूलने को कहा था। पूर्व मंत्री सरोज ने कहा कि 8 जुलाई को लखनऊ में बुलाई गई जोन इंचार्ज, जिला प्रभारी और बड़े पदाधिकारियों की बैठक में मायावती ने हर विधानसभा क्षेत्र से 9 लाख से 22 लाख रुपए वसूलने का निर्देश दिया था। इसमें उन्होंने वेस्ट यूपी के लिए प्रति विधानसभा क्षेत्र 22 लाख रुपए और लखनऊ, इलाहाबाद व कानपुर मंडलों में 15 लाख रुपए प्रति विधानसभा क्षेत्र जमा करने को कहा था। इसके लिए विधानसभा क्षेत्रवार रजिस्टर बनाने और गांव-गांव घूमकर पैसा इकठ्ठा करने का आदेश दिया था।
सरोज ने कहा कि राष्ट्रीय महासचिव के साथ लखनऊ जोन की जिम्मेदारी भी देख रहा था। बैठक के बाद ही मैंने अपने क्षेत्र के लोगों से कह दिया कि अब न चुनाव लडूंगा, न किसी से पैसा मांगूंगा और न पैसा दे पाऊंगा। यह बात बहनजी तक पहुंची तो उन्होंने मंगलवार को फोन किया। उनको भी पैसे की वसूली कर पाने में असमर्थता बता दी। इसके बाद उन्होंने सभी पदों से हटाने का फरमान सुना दिया।
सरोज ने कहा कि मायावती ने पैसों की भूख में पार्टी को खत्म कर दिया। अब उन्हें सिर्फ परिवार की चिंता है, समाज व गरीबों से कोई वास्ता नहीं रहा। लगातार हार के बाद भी पैसे की वसूली बंद नहीं कर रहीं हैं। उन्होंने पार्टी को ख़त्म करने का संकल्प ले लिया है। इन्द्रजीत सरोज ने कहा कि वे लखनऊ पहुंचकर अपने समर्थकों के साथ आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। सरोज का पार्टी छोड़ना बसपा के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। बसपा में एक के बाद एक बड़े नेता मायावती पर पैसे वसूलने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ रहे हैं। हालांकि इन्द्रजीत सरोज के आरोपों पर पार्टी ने चुप्पी साध रखी है। कहा जा रहा है कि सरोज के बाद कई अन्य विधायक भी इस्तीफा दे सकते हैं।