लखनऊ डेस्क/ 4 साल में बनकर तैयार हुई लखनऊ मेट्रो बुधवार को शुरू हुई और पहले दिन ही इसमें खराबी आ गई। ट्रेन 2 घंटे बंद रही और लोग परेशान होते रहे। बताया गया कि ट्रैक्शन मोटर खराब है, जिसकी वजह से इमरजेंसी कॉल अटेंड नहीं हो पाई। काफी देर तक इसे ठीक करने की कोशिश की गई। जब सिस्टम ठीक नहीं हो पाया, तब लोगों को इमरजेंसी गेट से निकाला गया। मेट्रो में 101 लोग सवार थे। सभी पैसेंजर्स 400 मीटर पैदल चलकर स्टेशन वापस आए।
अखिलेश ने ट्वीट किया, “लखनऊ मेट्रो तो पहले से ही बनकर तैयार थी, भारत सरकार ने NOC देने में इतना लंबा वक़्त लिया, फिर भी पहले ही दिन मेट्रो ठप। लखनऊ मेट्रो के सीनियर पीआरओ अमित श्रीवास्तव ने बताया कि मवैया और दुर्गापुरी के बीच टेक्निकल प्रॉब्लम की वजह से ट्रेन रूक गई थी, जिसके बाद पैसेंजर्स को सुरक्षित निकाल लिया गया। किसी प्रकार की कोई अव्यवस्था नहीं हुई। 40 मिनट में ऑपरेशन पूरा कर लिया।
लखनऊ मेट्रो में टेक्निकल फॉल्ट की वजह से लखनऊ मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (LMRC) का सर्वर ठप्प हो गया। कई लोग टोकन और गो- स्मार्ट कार्ड अचानक से इनवैलिड हो गए। इस मामले पर एमडी कुमार केशव ने कहा,सर्वर में तकनीकी खराबी आ गई है, जिसमें शिकायत मिल रही है कि कुछ लोगों के कार्ड और टोकन इनवैलिड हो रहे है। ये समस्या जल्द सुलझा ली जाएगी।
तकनीकी खराबी और समाजवादी पार्टी के विरोध प्रदर्शन के बीच लखनऊ मेट्रो के पहले दिन का सफर जारी है. सुबह पहले तकनीकी खराबी आई, जिसके कारण यात्रियों को बीच ट्रैक पर उतारकर गंतव्य तक पहुंचाया गया । इसके बाद ट्रांसपोर्ट नगर पर समाजवादी पार्टी की नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन को देखते हुए एहतियातन स्टेशन को बंद कर दिया गया । हंगामा बढ़ने के बाद पुलिस को लाठीचार्ज भी करना पड़ा। थोड़ी देर बाद सपा के कार्यकर्ता खदेड़ दिए गए। कई प्राइवेट गाड़ियों से सपाई भेजे गए। कुछ सपा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में भी लिया है।