- आतंकी हमले में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को दी गई श्रद्धांजलि
TIL Desk लखनऊ:पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों के समर्थन में लखनऊ में कैंडल मार्च एवं विरोध प्रदर्शन का आयोजन हुआ।लखनऊ के ऐतिहासिक घंटाघर से शुरू होकर रूमी गेट तक एक शांतिपूर्ण कैंडल मार्च एवं विरोध प्रदर्शन का आयोजन किया गया। यह मार्च हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए निर्दोष नागरिकों को श्रद्धांजलि देने एवं उनके परिजनों के प्रति एकजुटता प्रकट करने के उद्देश्य से किया गया।इस कार्यक्रम की विशेष बात यह रही कि इसमें हर धर्म, जाति, वर्ग और समुदाय से जुड़े लोगों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। यह देश को एक स्पष्ट संदेश था कि भारत की जनता आतंकवाद और नफरत के खिलाफ एकजुट है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से निम्नलिखित माँगें रखी गई।
जिसमें आतंकी हमले के दोषियों को शीघ्र गिरफ्तार कर सबसे कठोर सजा दी जाए। प्रत्येक शहीद के परिवार को ₹1 करोड़ की आर्थिक सहायता प्रदान की जाए। प्रत्येक शहीद के परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।घायलों को उच्चतम स्तर की मुफ्त चिकित्सा सुविधा और आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाए। देश की सुरक्षा एजेंसियों को आधुनिक तकनीक और मजबूत खुफिया तंत्र से सुसज्जित किया जाए। यह प्रदर्शन केवल शोक प्रकट करने का माध्यम नहीं था, बल्कि यह दर्शाने का प्रयास था कि देश का प्रत्येक नागरिक आतंकवाद के विरुद्ध एक साथ खड़ा है।
एक भारत, सुरक्षित भारत आतंकवाद के खिलाफ एकजुट राष्ट्र कार्यक्रम में मुख्य रूप से उपस्थित गणमान्य व्यक्तियों में अब्बास हैदर, अरशद आजमी, मौलाना मुश्ताक, मौलाना सूफियान, मौलाना कल्बे सिब्तेन नूरी, मौलाना सैफ अब्बास, मौलाना फजल मनन, डॉ. रूपरेखा वर्मा, फरीदुल हसन, अमीर हैदर, आफताब अहमद, सैयद शुएब, ताहिरा हसन, रुबिना मुर्तजा, मेराज हैदर, मसूद अब्दुल्ला, प्रदीप कपूर, अजीज सिद्दीकी, अब्दुल वहीद, जुबैर अहमद, परवेज अख्तर, जमील मालिक, सैयद गुलाम हुसैन, शबाब नूर, अलिफ खान पठान, नूर आलम, डॉ रुबीराज सिन्हा, मो अली साहिल, हसन काजमी, सिराज राइन, नौशाद बिलग्रामी आदि थे।