लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी के जनक/संरक्षक और लोहिया ट्रस्ट के अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव ने आज एक अहम फैसला लेते हुए अपने भाई और अखिलेश यादव के समर्थक सपा नेता राम गोपाल यादव को ट्रस्ट के सचिव पद से हटा दिया है। मुलायम सिंह ने रामगोपाल यादव की जगह ट्रस्ट के सचिव पद की जिम्मेदारी शिवपाल सिंह यादव को सौंपी है। लखनऊ में गुरुवार को लोहिया ट्रस्ट की बैठक में यह फैसला लिया गया ।
इस निर्णय के बाद समाजवादी परिवार की रार एक बार फिर सामने आ गई। अखिलेश यादव और रामगोपाल गुट जहां समाजवादी पार्टी से शिवपाल को किनारे किए हुए है, वहीं जवाबी हमले में लोहिया ट्रस्ट को हथियार बनाया जा रहा है। समाजवादी पार्टी का राज्य सम्मेलन में हिस्सा लेने के सवाल पर शिवपाल सिंह यादव बोले कि उन्हें अभी तक कोई निमंत्रण नहीं मिला है । लोहिया ट्रस्ट की बैठक में मुलायम सिंह यादव के साथ शिवपाल सिंह यादव ने हिस्सा लिया. इसके अलावा ट्रस्ट के सदस्य के तौर पर भगवती सिंह, राजेश यादव भी बैठक में शामिल हुए। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और रामगोपाल यादव बैठक में नहीं आए ।
वही बसपा के बागी नेता इन्द्रजीत सरोज ने गुरुवार को लखनऊ में अपने समर्थकों के साथ समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया. इस मौके पर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव भी मौजूद रहे । समाजवादी पार्टी ज्वाइन करने के बाद सरोज ने कहा कि बसपा में बोलने की आजादी नहीं थी । सरोज ने कहा, ”बसपा में उसी तरह अघोषित इमरजेंसी है, जैसे मोदी की सरकार में है मैं भाजपा झूठों की पार्टी में जाने को तैयार नहीं था ।