लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी चुनाव से पूर्व खेमो में बंट गयी थी जिसके चलते अखिलेश एंड कंपनी को मुँह की खानी पड़ी लेकिन हार के बावजूद भी समाजवादी कुनबा अब भी बिखरा हुआ है जिसकी बानगी प्रदेश कार्यालय में हुई बैठक में देखने को मिली पूर्व मंत्री और सपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव के खिलाफ समाजवादी पार्टी कार्रवाई कर सकती है। सपा के जिला व महानगर अध्यक्षों तथा प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के नेतृत्व में भरोसा जताया गया।
कई नेताओं ने साजिश करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। इस पर अखिलेश ने कहा, गलतफहमी से पार्टी को नुकसान हो रहा है। लगता है, इसे दूर करने के लिए सख्त कदम उठाना पड़ेगा। माना जा रहा है कि उनका इशारा शिवपाल की तरफ था। सपा प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम की अध्यक्षता में प्रदेश मुख्यालय के लोहिया सभागार में हुई बैठक में प्रदेश सचिव राजपाल सिंह ने पार्टी के खिलाफ साजिश करने वालों के खिलाफ प्रस्ताव रखा।
उन्होंने शिवपाल का नाम लिए बगैर कहा कि विधानसभा चुनाव और बाद में भ्रम की स्थिति पैदा की जा रही है कि कुछ वरिष्ठ नेता अलग पार्टी बना सकते हैं। इससे न सिर्फ अनुशासनहीनता फैलाने की कोशिश की जा रही है बल्कि पार्टी की छवि को भी धक्का लग रहा है। उन्होंने कहा, महानगर व जिला अध्यक्ष तथा प्रदेश कार्यकारिणी अखिलेश यादव के सक्षम नेतृत्व में आस्था जताती है और उनकी अगुवाई में सपा के विस्तार के लिए कार्य करने का संकल्प लेती है। सभी ने हाथ उठाकर प्रस्ताव का समर्थन किया। बैठक में सभी को सपा के संशोधित संविधान की प्रतियां भी दी गईं। इस दौरान रामगोविंद चौधरी, अहमद हसन, राजेंद्र चौधरी, बलराम यादव, अभिषेक मिश्र, अरविंद कुमार सिंह, राजकुमार मिश्र, डॉ. मधु गुप्ता, एसआरएस यादव, कर्नल सत्यवीर सिंह आदि नेता मौजूद रहे ।