अयोध्या डेस्क/ अयोध्या के पूर्व विधायक व वन राज्य मंत्री रहे तेज नारायण पांडेय उर्फ पवन पर नाबालिग लड़की का यौन शोषण करने व अन्य लोगों से कराने का गंभीर आरोप लगा है। मामले में पुलिस की ओर से रिपोर्ट दर्ज न किए जाने पर सीजेएम कोर्ट में अर्जी दी गई है। मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट राजेश पाराशर ने अर्जी को बतौर प्रकीर्ण वाद दर्ज कर लिया है। कोर्ट ने कोतवाली नगर से 5 जुलाई को रिपोर्ट तलब की है।
मामला डेढ साल पहले का है। नगर कोतवाल प्रमोद पांडेय का कहना है कि कार्रवाई की जाएगी। पीड़िता के पिता की ओर से दायर अर्जी के हवाले से अधिवक्ता मार्तंड प्रताप सिंह ने बताया कि शहर की एक किशोरी के अपहरण हुआ व पाक्सो एक्ट की रिपोर्ट कोतवाली नगर में दर्ज हुई थी। अभी तक किशोरी मिली नहीं है। नवंबर 2015 को दोपहर 2 बजे मोबाइल पर कॉल कर खुद को तेज नारायण पांडेय बताते हुए किशोरी के पिता को अपने आवास पर बुलाया।
आवास पर पहुंचे तो पवन ने कहा कि किशोरी नहीं मिलेगी पांच लाख रुपये ले लो। पिता ने शिकायत करने की बात कही तो पवन व इमरान, यूसुफ, राजू व उसकी बेटियां शमराह फातिमा ने उसे मारा पीटा। पूर्व मंत्री तेज नारायण पांडेय ने कहा कि पीड़िता के पिता की ओर से लगाए जा रहे आरोप बेबुनियाद हैं। किशोरी के लापता होने पर पीड़ित पिता की हमने कोतवाली से लेकर एसएसपी तक मदद की थी। यौन शोषण आदि का आरोप भाजपा नेताओं के शह पर फर्जी तौर लगाया गया है।