नई दिल्ली डेस्क/ चिटफंड घोटालों में अपने दो सांसदों की गिरफ्तारी से नाराज तृणमूल कांग्रेस संसद भवन परिसर में आज बुलाई गयी सर्वदलीय बैठक में तृणमूल कांग्रेस ने हिस्सा नहीं लिया और साथ ही नोटबंदी के विरोध में बजट सत्र के पहले दो दिन संसद की कार्यवाही का बहिष्कार करेगी।
तृणमूल ने आज यहां जारी एक वक्तव्य में कहा कि पार्टी के सांसद नोटबंदी तथा बैंक खातों से धन निकासी सीमा पर लगाई गयी पाबंदियों के विरोध में संसद के बजट सत्र के पहले दो दिन दोनों सदनों की कार्यवाही में भाग नहीं लेंगे। पार्टी ने कहा है कि सरकार ने नोटबंदी का फैसला संसद को भरोसे में लिए बिना किया है।
तृणमूल कांग्रेस प्राम्भ से ही नोटबंदी का विरोध कर रही है। उसके सांसद पार्टी अध्यक्ष एवं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के नेतृत्व में राष्ट्रपति से मिल चुके है। इसके अलावा पार्टी सांसदों ने दो दिन का विरोध धरना भी दिया था। सुश्री बनर्जी ने नोटबंदी का विरोध करते हुए दिल्ली और लखनऊ में सभाएं भी की थी।
वक्तव्य में कहा गया है कि पार्टी संसद में अपने दो सांसदों की गिरफ्तारी का मुद्दा भी उठाएगी। पार्टी का आरोप है कि दोनों सांसदों की गिरफ्तारी गैर कानूनी है और सरकार बदले की भावना से काम कर रही है। तृणमूल कांग्रेस ने सरकार पर सीबीआई का दुरुपयोग करने का भी आरोप लगाया है। पार्टी के दो सांसदों को पश्चिम बंगाल में चिटफंड घोटालों में शामिल होने के आरोप में सीबीआई ने गिरफ्तार किया है।