लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश पुलिस ने अब लड़कियों की सुरक्षा को लेकर एक अनोखी पहल शुरू की है, जिसके तहत पुलिस की टीमों ने लड़कियों के स्कूल और कॉलेजों में जाकर फीडबैक फॉर्म का वितरण किया है। इन फार्म पर लड़कियों ने पुलिस को उनके साथ छेड़खानी करने वाले लड़कों की जानकारी दी है।
जिले के स्कूल-कॉलेजों में ऐसे हजारों फॉर्म वितरित किए गए हैं। 10 हजार से ज्यादा छात्राओं ने इस फॉर्म में पुलिस को अपना फीडबैक दिया है। इसके बाद अब पुलिस ने तय किया है कि लड़कियों के साथ छेड़खानी करने वालों को रेड कार्ड पकड़ाया जाएगा।
इन फॉर्म को गहनता से पढ़कर पुलिस ने शहर में 250 से ज्यादा स्थानों को चिन्हित किया है। छात्राओं की सलाह पर चिन्हित किए गए इन स्थानों पर एंटी रोमियो दल के साथ ही स्थानीय पुलिस सादी वर्दी में तैनात रहेगी।
छात्राओं से मिले फीडबैक के आधार पर गली-मोहल्लों के अलावा दुकानों, मॉल्स, पार्कों, मंदिरों के साथ ही स्कूल-कॉलेज के पास खड़े होकर राह चलती छात्राओं पर छींटाकशी करने वाले मनचलों को पुलिस पकड़कर उन्हें रेड कार्ड देगी। रेड कार्ड पाने वाले शोहदे दोबारा इस तरह की हरकत करते पाए गए तो पुलिस उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी।
इस संदर्भ में इलाहाबाद के अपर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल ने बताया कि उन्हें लगातार छेड़खानी की शिकायतें मिल रही थी जिसके बाद उन्होंने शोहदों का पता लगाने के लिए स्कूल-कॉलेज जाने वाली छात्राओं से ही फीडबैक फार्म के जरिए मनचलों के अड्डों की जानकारी हासिल की जिससे जिले में घूम रहे मनचले चिन्हित किए जा सकें।
उन्होंने बताया कि रेड कार्ड जारी करने के पीछे पुलिस का मकसद साफ है कि हम उन जगहों को चिन्हित कर सकें, जहां मनचले लड़कों का हमेशा जमावड़ा लगा रहता है। वहीं इसका एक मकसद मनचलों को हिदायत देना भी है, जिससे उन्हें यह बात याद रहे कि उनका नाम पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज हो चुका है।
जायसवाल ने बताया कि जिले भर के थानेदारों को उनके इलाके के चिन्हित ठिकानों की जानकारी दे दी गई है। एंटी रोमियो दल के साथ ही स्थानीय पुलिस भी शोहदों के खिलाफ अभियान चलाकर रेड कार्ड जारी करेगी जिससे मनचलों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जा सके।