लखनऊ डेस्क/ समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी आदित्यनाथ को ‘नए भारत का डिजिटल मुख्यमंत्री’ करार देते हुए कहा कि वास्तविकताओं से अनभिज्ञ मुख्यमंत्री थानों में जन्माष्टमी मनाने और सड़क पर नमाज पढ़े जाने के मामलों में उलझे हुए हैं। थानों में जन्माष्टमी मनाने और सड़कों पर नमाज पढ़े जाने संबंधी योगी की कल की टिप्पणी का जिक्र करते हुए अखिलेश ने कहा भाजपा ने उत्तर प्रदेश में एक डिजिटल मुख्यमंत्री बैठा रखा है। नए भारत का डिजिटल मुख्यमंत्री। जिस तरह सारी डिजिटल चीजें हवा में हैं, उसी तरह उन्हें भी चीजों के बारे में पता नहीं है ।
उन्होंने कहा मुख्यमंत्री जी कहते हैं कि सपा ने थानों में जन्माष्टमी नहीं मनाने दी। मैं पूछता हूं कि मुख्यमंत्री बताएं कि पिछले 100 वर्षों में कब थानों में जन्माष्टमी नहीं मनाई गई? जहां तक सड़कों का सवाल है, तो हमारा देश बहुत अच्छा है। यहां के लोग अपने यहां दावत और मांगलिक भोज भी सड़कों पर करते हैं। थानों की जन्माष्टमी और सड़कों पर ईद की नमाज की बातें करने से नया भारत नहीं बनेगा ।
अखिलेश का इशारा मुख्यमंत्री योगी की 16 अगस्त की उस टिप्पणी की तरफ था जिसमें उन्होंने कहा कि अगर हम ईद की नमाज सड़कों पर पढ़ने से नहीं रोक सकते है तो हमें पुलिस थानो में जन्माष्टमी कार्यक्रम आयोजित करने पर रोक लगाने का कोई हक नहीं है।अखिलेश ने कहा कि प्रदेश में अगली बार सपा की सरकार बनने पर थानों को होली, दीवाली, जन्माष्टमी, ईद समेत हर त्यौहार मनाने के लिए पांच-पांच लाख रुपये दिए जाएंगे।
सपा अध्यक्ष ने गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में इंसेफेलाइटिस पीड़ित बच्चों की मौत के मामले का जिक्र करते हुए कहा कि मौतों का कारण तो जांच के बाद स्पष्ट होगा। बहरहाल, जो बातें निकलकर आ रही हैं, उनके अनुसार वार्ड में ऑक्सीजन आपूर्ति बाधित होने के पीछे कहीं ना कहीं भ्रष्टाचार है। योगी इस मुद्दे पर कुछ नहीं बोल रहे हैं। सरकार पीड़ितों की मदद तक नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार चाहे तो अन्य जांचों के साथ इस मामले की जांच भी सीबीआई से करा ले।