यूपी डेस्क/ बाढ़ की चपेट में आए 22 जिलों में शुक्रवार को तबाही और बढ़ गई। गोरखपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, फैजाबाद, अयोध्या, सीतापुर, लखीमपुर-खीरी में लाखों लोग शुक्रवार को भी मदद का इंतजार करते रहे, लेकिन राहत टीमें नहीं पहुंचीं। गोरखपुर में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में मदद के लिए सेना बुला ली गई है। एनडीआरएफ की टीम भी लगाई गई है। गोरखपुर-सोनौली मार्ग शाम को ही बंद करवा दिया गया था।
देर शाम बोक्टा-बरवार में हरैया के पास रिसाव होने के बाद गोरखपुर-लखनऊ राजमार्ग भी बंद करवा दिया गया। इस रूट पर गौरव पेट्रोल पंप से आगे वाहनों को जाने नहीं दिया जा रहा है। पूर्वोत्तर रेलवे ने गोरखपुर से आनंद नगर होते हुए बढ़नी तक दो विशेष ट्रेनें चलाने का ऐलान किया है। डीएम, एसएसपी के साथ भारी पुलिस फोर्स, सिंचाई विभाग व जिला प्रशासन बांध बचाने में जुट गया था। मानीराम रेलवे स्टेशन पर भी पानी भर गया है। बेलीपार से भी पलायन तेज हो गया है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को बलरामपुर और सिद्धार्थनगर में बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा किया। सिद्धार्थनगर के शोहरतगढ़ में वे नाव से पीड़ितों से मिलने पहुंचे। सीएम ने कहा कि नेपाल से आने वाले पानी से होने वाली इस तबाही के स्थायी समाधान के लिए उसके साथ बातचीत कर रास्ता निकाला जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अधिकारियों को छुट्टी नहीं दी जाएगी।
अब तक ऐसे रहे हैं हालात
बहराइच : 137 गांवों के 694 मजरे डूबे, बाढ़ में बहे 2 बच्चे, शव मिले। डीएम अजयदीप सिंह को औचक निरीक्षण में कई बाढ़ चौकियां बंद मिलीं।
सीतापुर : रेऊसा के सैकड़ों गांवों में नहीं पहुंची मदद। एक युवक की मौत।
बस्ती : 45 गांवों के ढाई हजार से ज्यादा लोग घरों में फंसे।