इंदौर डेस्क/ अध्यात्मिक गुरु भय्यू महाराज ने मंगलवार को कथित तौर पर खुद को गोली मारकर ख़ुदकुशी कर ली। उन्हें शहर के बॉम्बे अस्पताल में भर्ती किया गया है। जहाँ डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया । पुलिस ने घटनास्थल को सील कर दिया है। मामले की जांच कर रही है। घटना की सूचना फैलते ही सैकड़ों की संख्या में उनके समर्थक अस्पताल पहुंच गए हैं। पुलिस ने अस्पताल में सुरक्षा बढ़ा दी है।
भय्यू महाराज चर्चा में तब आए जब अन्ना हजारे के अनशन को खत्म करवाने के लिए तत्कालीन केंद्र सरकार ने अपना दूत बनाकर भेजा था। बाद में अन्ना ने उनके हाथ से जूस पीकर अनशन तोड़ा था। भय्यू महाराज ने पिछले साल ही दूसरी शादी की थी । एमपी सरकार में उन्हें राज्य मंत्री का दर्ज़ा प्राप्त था। पीएम बनने के पहले गुजरात के मुख्यमंत्री के रूप में मोदी सद्भावना उपवास पर बैठे थे। तब उपवास खुलवाने के लिए उन्होंने भय्यू महाराज आमंत्रित किया था।
पूर्व राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री विलासराव देखमुख, शरद पवार, लता मंगेशकर, उद्धव ठाकरे और मनसे के राज ठाकरे, आशा भोंसले, अनुराधा पौडवाल, फिल्म एक्टर मिलिंद गुणाजी भी उनके आश्रम आ चुके हैं। भय्यू महाराज का असली नाम उदयसिंह देखमुख है। वे शुजालपुर के जमींदार परिवार से ताल्लुक रखते थे। वे मर्सिडीज जैसी महंगी गाड़ियों में चलने वाले भय्यू जी रोलेक्स ब्रांड की घड़ी पहनते थे और आलीशान बिल्डिंग में रहते थे ।