लखनऊ डेस्क/ उत्तर प्रदेश सरकार ने राज्य में होने वाले तबादलों और ठेका पट्टी की विशेष निगरानी करने की तैयारी में है। इसके लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर मंत्रियों से संबंधित विभागों के कामकाज की निगरानी शुरू हो गई है।
विभागीय सूत्रों के अनुसार, योगी मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही मंत्रियों के विभागों और उनके निजी सचिव के साथ ही जनसंपर्क अधिकारियों के कामकाज पर भी पैनी निगाह रखी जा रही है। संगठन और सरकार के महत्वपूर्ण लोगों के साथ ही खुफिया एजेंसी भी नजर रखे हुए है।
मुख्यमंत्री जनप्रतिनिधियों के अलावा दूसरे माध्यम से भी अपने मंत्रियों के कामकाज की जानकारी लेंगे। मंत्रियों को आगाह किया गया है कि वे कोई ऐसा कार्य न करें, जिससे सरकार और संगठन की किरकिरी हो और विपक्ष को बैठे-बिठाए कोई मुद्दा मिल जाए। अब योगी का पूरा जोर पारदर्शिता और ईमानदारी पर है।
तबादलों में धांधली के चलते कई मंत्रियों की किरकिरी हो चुकी है। कुछ की छुट्टी भी इसीलिए हुई। मुख्यमंत्री ने शिकायत मिलने पर इन तबादलों को निरस्त जरूर किया, लेकिन अब उनकी कोशिश है कि किसी विभाग में यह फिर न दोहराया जाए। उनका लक्ष्य है कि पारदर्शी तरीके से कार्य हो, जिससे किसी को उंगली उठाने का मौका न मिले। शपथ ग्रहण के बाद मंत्रियों को संबोधित करते हुए योगी ने यह अपेक्षा की थी कि अपने निजी स्टाफ और रिश्तेदारों को लेकर सावधान रहें।
एक अधिकारी ने बताया कि अब से होने वाले सभी तबादले और टेंडर प्रणाली पर मुख्यमंत्री की पैनी निगाह रहेगी। कुछ धांधली की बातों ने सरकार की छवि को खराब किया है। इसी कारण विभागों की देखरेख के लिए कुछ गुप्त लोगों को लगाया गया है।