मुजफ्फरपुर डेस्क/ बिहार के मुजफ्फरपुर जिले में चमकी बुखार का कहर नहीं रुक रहा है। मंगलवार को मस्तिष्क बुखार से पीड़ित 9 बच्चों को एसकेएमसीएच में भर्ती कराया गया जिसमें दो की इलाज के दौरान मौत हो गई। मस्तिष्क ज्वर से एक सप्ताह में 56 गोदें सूनी हो गई हैं। इस बीमारी से मरने वाले बच्चों का आंकड़ा 58 पर पहुंच चुका है।
इससे पहले सोमवार को भीषण गर्मी के बीच मस्तिष्क ज्वर की चपेट में आए 44 में से 20 बच्चों की मौत एसकेएमसीएच में हो गई। अन्य 24 बच्चों की स्थिति गंभीर बनी हुई है। हफ्ते भर में कुल 51 बच्चे दम तोड़ चुके हैं। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि स्वास्थ्य विभाग पूरे मामले पर नजर रख रहा है। लोगों को इस बीमारी को लेकर जागरूक करना होगा। हालात की गंभीरता को देखते हुए मुख्य सचिव ने अफसरों के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग कर जायजा लिया।
एक सप्ताह में चमकी बुखार यानी मस्तिष्क ज्वर के कारण नौनिहालों की मौत की तादाद बढ़ने के बाद सोमवार को शासन-प्रशासन भी अंतत: सक्रिय हुआ। नगर विकास एवं आवास मंत्री सुरेश शर्मा ने अस्पतालों में मरीजों का हाल जाना। प्रशासनिक अमले में बैठकों का दौर शुरू हुआ। प्रमंडलीय आयुक्त नर्मदेश्वर लाल ने प्रभारी डीएम उज्ज्वल कुमार सिंह (डीडीसी) और सिविल सर्जन डॉ. एसपी सिंह समेत स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक कर बीमारी से बचाव की तैयारियों पर नाराजगी जताई। तैयारियों को आधा-अधूरा बताते हुए इस पर सवाल उठाए।