लखनऊ डेस्क/ सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा ने सरकारी खर्च पर आरएसएस कार्यकर्ताओं की फौज तैयार करने का खेल शुरू कर दिया है। यह लोकतांत्रिक व्यवस्था का खुला उपहास है। लोक कल्याण मित्रों की नियुक्ति राजकोष का निर्लज्ज दुरुपयोग है।
अखिलेश ने बुधवार को कहा कि, संघ कार्यकर्ताओं को सरकारी धन से पोषित और संरक्षित करने का खेल भाजपा सरकार में शुरू हो गया है। एक सुनियोजित योजना के तहत राज्य सरकार संघ कार्यकर्ताओं को लोक कल्याण मित्र के पदों पर समायोजित करना चाहती है। जिनका काम भाजपा सरकार की कथित उपलब्धियों को जनता तक पहुंचाना होगा।
वस्तुत: ये भाजपा-संघ की चुनावी मशीनरी के अंग होंगे। लोक कल्याण मित्रों को ब्लॉक स्तर पर 25 हजार और भत्ते के 5 हजार (कुल 30 हजार) और राज्य स्तर पर 35 हजार के साथ 5 हजार रुपये भत्ते के मद में (कुल 40 हजार) मिलेंगे। उन्होंने कहा, लोक कल्याण मित्रों के नाम पर भाजपा सरकार जो खेल खेलने जा रही है वह जनोपयोगी न होकर लोकतांत्रिक व्यवस्था का खुला मजाक है।
उन्होंने कहा कि देवरिया का यौनाचार कांड भाजपा राज के लिए कलंक है। महिलाएं, बच्चियां दिन-रात कभी भी सुरक्षित नहीं हैं। दुष्कर्म की घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। सर्वोच्च न्यायालय ने भी कहा है कि लैफ्ट, राइट, सैंटर सब तरफ सिर्फ रेप ही रेप की खबरें हैं, यह क्या हो रहा है। उत्तर प्रदेश की बदनामी तो अब विदेशों तक में हो गई है। कई विदेशी खिलाड़ियों ने तो लखनऊ आने से ही मना कर दिया है। यह स्थिति भाजपा के लिए शर्मनाक है। अब तो इस सबका जवाब लेने के लिए जनता समय का इंतजार कर रही है।